अलवर. बगड़ तिराहा पुलिस थाने के अंतर्गत बगड़ मेव गांव में दो पक्षों में हुए खूनी संघर्ष के बाद पुलिस ने 30 जनों को गिरफ्तार किया है. इन 30 जनों को अदालत में पेश किया गया. जिनमें से 2 को जमानत मिल गई और 28 जनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया. पुलिस ने इस मामले में एक कार में से एक देशी कट्टा भी बरामद किया है.
बगड़ तिराया थानाधिकारी ब्रजेश तंवर ने बताया कि साबिर पुत्र जान मोहम्मद, वाजिब खां पुत्र लल्लू खां, सद्दाम पुत्र दीन मोहम्मद, इमरान खां पुत्र असर खां, असर खां पुत्र धूप सिंह, आबिद पुत्र उस्मान खां, मुस्ताक पुत्र रसूल खां, अलताब खां पुत्र अनवर खां, सुबेदीन पुत्र लल्लू खां, खुर्शीद खां पुत्र लल्लू खां निवासी बगड मेव थाना बगड तिराया अलवर के हैं. दूसरे पक्ष (सक्का समुदाय) के लोगो में शहजाद पुत्र मुहुल, शौकत पुत्र हजमत, आजाद पुत्र नवी, अकबर खा पुत्र जुम्मे खां, सुभान पुत्र ईमाम, रफीक पुत्र दीन मोहम्मद, असलूफ पुत्र इमाम खां, सद्दाम हुसैन पुत्र अब्दुल रहमान, हक्कू पुत्र जान मोहम्मद, राहुल पुत्र मजीद, साहुन पुत्र मजीद निजामुद्दीन पुत्र अन्दुल हमीद, मुकीम पुत्र मुबीन, आबिद पुत्र नसरु, सलेम पुत्र महबूब, अजिय पुत्र नहवी, आलीम पुत्र आसीन खां, युनुस पुत्र सुबेदीन निवासी बगड़ मेव पुलिस थाना बगड तिराया जिला अलवर को गिरफ्तार किया है.
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थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में एक कट्टा बरामद किया गया है. इसके बाद आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज किया गया है. यहां उल्लेखनीय है कि 26 जनवरी को बगड़ मेल में एक महिला से बदसलूकी के मामले में दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया था. जिसमें 1 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे. जिनका इलाज अलवर के राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था. इसके बाद तनाव इतना बढ़ गया कि रामगढ़, नोगावा सहित कई थानों पुलिस सहित अधिकारी मौके पर पहुंचे.
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पुलिस के अनुसार चार दिन पहले गांव में एक महिला के साथ बदसलूकी की गई थी. इसका मुकदमा दर्ज कराया गया था. जिसमें पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगे, तो दूसरा पक्ष फिर हावी हो गया. दूसरे पक्ष ने लाठी फर्सी से हमला कर दिया. खूनी संघर्ष इतना बढ़ गया कि गांव पुलिस छावनी बन गया.