अलवर. शहर के शिवाजी पार्क थाने में जाट नेता चौधरी चरण सिंह की मूर्ति बंद थी. 10 साल तक मूर्ति माल खाने में बंद रही. जाट समाज मूर्ति को माल खाने से निकलवाने के लिए प्रदर्शन करता रहा, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी. न्यायालय के आदेश पर शुक्रवार को चौधरी चरण सिंह की मूर्ति जाट समाज को सुपुर्द की (Chaudhary Charan Singh statue given to Jat society) गई.
अलवर में जाट समाज ने 29 मई, 2012 को शहर के हनुमान सर्किल पर चौधरी चरण सिंह की मूर्ति लगाई. इस दौरान बड़ी संख्या में जाट समाज के लोग मौजूद रहे. मामले की सूचना प्रशासन को मिली. पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा. इस दौरान जाट समाज के लोगों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. हल्का बल प्रयोग किया गया. पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मूर्ति को अपने कब्जे में लिया व शिवाजी पार्क थाने के मालखाने में जमा कर दिया.
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10 साल से यह मूर्ति थाने के माल खाने में बंद थी. इस दौरान कई बार जाट समाज के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किए, ज्ञापन दिए. जाट समाज कोर्ट में पहुंचा. अब न्यायालय ने मूर्ति जाट समाज को सुपुर्द करने के आदेश दिए हैं. इस पर शुक्रवार को चौधरी चरण सिंह की मूर्ति जाट समाज को सुपुर्द की गई. जाट समाज के जिला अध्यक्ष शेर सिंह सहित अन्य समाज के लोग थाने पहुंचे. समाज के नेताओं ने कहा कि मूर्ति को कहां लगाया जाएगा, इस पर समाज के लोग फैसला लेंगे. तब तक यह मूर्ति जाट छात्रावास में रहेगी.