अलवर. राजस्थान में कोरोना वैक्सीन की बर्बादी को लेकर बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. आहूजा ने कहा कि कुछ लोग अपने फायदे के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोलते हैं, उनके सभी फैसलों का विरोध करते हैं, देश में हो रहे बेहतर कामों को भी गलत बताते हैं, लेकिन वे लोग कोरोना वैक्सीन का भी दुष्प्रचार कर रहे हैं.
आहूजा ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाए कि राजस्थान में पीएम केयर्स फंड के वेंटिलेटर को इसलिए काम में नहीं लिया गया, क्योंकि उन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगी हुई थी. प्रधानमंत्री मोदी का विरोध करना है तो करिए, लेकिन वैक्सीन का दुष्प्रचार मत करिए, क्योंकि वैक्सीन नहीं लगने से हजारों लोगों की जान को खतरा है.
गोरक्षा और हिंदूवादी मुद्दों पर बेबाक बोलने वाले ज्ञानदेव आहूजा ने वैक्सीन और वेंटिलेटर का दुष्प्रचार करने वाले लोगों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कुछ लोग केवल देश के प्रधानमंत्री का विरोध करने में लगे हैं. वो देश हित में कोई भी फैसला लें तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राहुल गांधी सहित कुछ नेता उनका विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि मोदी का विरोध करना है करिए, लेकिन वैक्सीन का दुष्प्रचार ना करें. क्योंकि वैक्सीन से लोगों की जान बचती है. उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव कहते हैं कि वैक्सीन खराब है, तो वहीं बिहार में लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव वैक्सीन को लेकर दुष्प्रचार कर रहे हैं.
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आहूजा ने बताया कि उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक महिला नर्स ने पानी भर के एक व्यक्ति को वैक्सीन लगा दी, उस नर्सिंग कर्मी का पता लग चुका है और उसको नौकरी से हटा दिया गया है, लेकिन राजस्थान में खुले आम वैक्सीन की बर्बादी हो रही है. सरकार एक तरफ बोल रही है कि उनको वैक्सीन नहीं मिल रही, दूसरी तरफ कचरे के पात्र में वैक्सीन मिल रही है. राजस्थान में वैक्सीन की बर्बादी के कई मामले सामने आ चुके हैं. देश में लगातार वैक्सीन पर राजनीति हो रही है, जबकि वैक्सीन का कोई मुद्दा नहीं है.
वहीं, आहूजा ने बताया कि राजस्थान में वेंटिलेटर के हालात खराब हैं. पीएम केयर्स फंड से मिलने वाले वेंटिलेटर को काम में नहीं लिया गया. अलवर में वेंटिलेटर पड़े हुए हैं, क्योंकि वेंटिलेटर पर नरेंद्र मोदी की फोटो लगी हुई थी, जबकि भरतपुर में स्वास्थ्य राज्य मंत्री सुभाष गर्ग ने अपने रिश्तेदार के निजी अस्पतालों को वेंटिलेटर काम में लेने के लिए दे दिए, जो पूरी तरह से गलत है.