बानसूर (अलवर). शर्मा ने कहा कि मैं इस निष्कासन को उस तरह मान रहा हूं जैसे बंदर के हाथ में उस्तरा देना. मैं भाजपा को हूं और भाजपा का रहूंगा. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने मेरा निष्कासन पार्टी से किया है वह खुद ही पार्टी के वफादार नहीं हैं.
उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया पर तंज कसते हुए कहा कि 20 साल पहले जब पूनिया को टिकट नहीं मिला तो उन्होंने भाजपा के नेताओं को गाली निकाली. रोहिताश्व शर्मा ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि सतीश पूनिया को 22 साल पहले जब लोकसभा का टिकट नहीं मिला, तब पूनिया ने कहा था कि स्व. भैरोसिंह शेखावत, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, राजेंद्र राठौड़, ललित किशोर चतुर्वेदी, रामसिंह कस्वा, इन लोगों ने मेरी पीठ पीछे छुरा घोंपा है.
जो व्यक्ति खुद अनुशासन के कठघरे में हो वो मुझे निष्कासन का क्या पाठ पढ़ाएगा. शर्मा अपने जन्मदिन पर कार्यक्रम की रूपरेखा को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह अपने जन्मदिन को महत्व नहीं देते हैं, लेकिन इस बार पार्टी से निष्कासन होने के बाद वह इस जन्मदिन पर अपने क्षेत्र के मतदाताओं सहित सभी लोगों से विचार-विमर्श करेंगे.
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उन्होंने बानसूर के आधा दर्जन अधिकारियों के खाली पड़े पदों पर भी टिप्पणी की और कहा कि ऐसे कामों में बिरादरी की झलक नजर नहीं आनी चाहिए. बानसूर के विकास को लेकर कहा कि बानसूर में विकास हो ही नहीं रहा. बानसूर की विकास का पैसा तो ज्यादातर रिश्वतखोरी में जा रहा है, लोग पैसा खा रहे हैं. नगर पालिका को लेकर कहा कि नगर पालिका का कोई अस्तित्व नहीं है. रिकॉर्ड में नाम जरूर है नगर पालिका का, लेकिन वित्तीय प्रबंधन में बानसूर नगर पालिका का नाम तक नहीं है.