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अभिभाषक संघ ने बानसूर कस्बा बंद कर जताया विरोध...सरकार की सद्बुद्धि के लिए किया यज्ञ

जिले के न्यायालय परिसर में अभिभाषक संघ की ओर से छह सूत्रीय मांगों को लेकर दिए जा रहे धरना प्रदर्शन का मंगलवार को 9वां दिन रहा. जहां संघ की ओर से मंगलवार को बानसूर बाजार बंद का आह्वान किया गया. जिसमें सभी समाजों ने अपना समर्थन दिया.

बानसूर में बंद का आह्वान, bansoor town was closed
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Published : Sep 24, 2019, 6:48 PM IST

बानसूर (अलवर). जिले के न्यायालय परिसर में अभिभाषक संघ की ओर से छह सूत्रीय मांगों को लेकर दिए जा रहे धरना प्रदर्शन का मंगलवार को 9वां दिन रहा. जहां संघ की ओर से मंगलवार को बानसूर बाजार बंद का आह्वान किया गया. जिसमें सभी समाजों ने अपना समर्थन दिया और निजी शिक्षा समिति ने भी समर्थन देते हुए बंद में अपनी भागीदारी निभाई. जिससे बानसूर के सभी स्कूल और कालेज बंद रहे.

बानसूर कस्बा बंद रख कर जताया विरोध

वहीं, इसके बाद सरकार के सद्बुद्धि के लिए 108 आहूतियां देकर यज्ञ किया गया. बानसूर संघर्ष समिति और अभिभाषक संघ के सदस्यों ने न्यायालय परिसर से रैली निकालकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और रामलीला मैदान पर सभा को संबोधित किया. बानसूर अभिभाषक संघ के सदस्यों ने बताया कि अलवर जिले को पुलिस की दृष्टि से 2 जिलों में विभाजित किया है, जिससे बानसूर को भिवाड़ी जिले में जोड़ दिया गया जबकि भिवाड़ी की बानसूर से दूरी लगभग 120 किलोमीटर है.

जिससे फरियादियों को और वकीलों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं बानसूर में कुछ पंचायतों को लेकर नारायणपुर तहसील में जोड़ दिया गया. जिससे अभिभाषक संघ के सदस्य और ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. इससे पहले जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को भी इस मामले में ज्ञापन देकर अवगत कराया जा चुका है लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है.

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अभिभाषक संघ ने बताया कि इस मामले को लेकर स्थानीय विधायक शकुंतला रावत को भी जानकारी दी गई थी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया. जिसके बाद मंगलवार को अलग-अलग संगठनों ने बंद का आह्वान कर इसे सफल बनाया. लेकिन बंद के बाद भी सरकार की ओर से कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा. जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले धर्मेंद्र राठौड़ की आने की सूचना मिली थी. लेकिन किसी कारणवश वो अधिवक्ताओं के बीच नहीं पहुंच पाए.

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वहीं अधिवक्ताओं ने मंगलवार को रामलीला मैदान पर अपने-अपने विचार रखें. साथ ही राज्य सरकार को कड़े शब्दों में चेताया कि अगर मांगे नहीं मांगी गई तो जिला स्तर पर प्रदर्शन कर राज्य सरकार का विरोध करेंगे. साथ ही जरूरत पड़ने पर जयपुर में धरना प्रदर्शन करेंगे. वहीं इस मौके पर अभिभाषक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव, जगराम रावत, लक्ष्मण प्रसाद बोहरा, रोशन लाल ढाचोलिया, शंकरलाल, पवन कौशिक, सुभाष जोशी, अनिल चौधरी, अशोक बरगढ़, सरजीत चौधरी, निजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष आरसी यादव, शशिकांत बोहरा, जिला पार्षद अरविंद यादव सहित अन्य लोग मौजूद रहे.

बानसूर (अलवर). जिले के न्यायालय परिसर में अभिभाषक संघ की ओर से छह सूत्रीय मांगों को लेकर दिए जा रहे धरना प्रदर्शन का मंगलवार को 9वां दिन रहा. जहां संघ की ओर से मंगलवार को बानसूर बाजार बंद का आह्वान किया गया. जिसमें सभी समाजों ने अपना समर्थन दिया और निजी शिक्षा समिति ने भी समर्थन देते हुए बंद में अपनी भागीदारी निभाई. जिससे बानसूर के सभी स्कूल और कालेज बंद रहे.

बानसूर कस्बा बंद रख कर जताया विरोध

वहीं, इसके बाद सरकार के सद्बुद्धि के लिए 108 आहूतियां देकर यज्ञ किया गया. बानसूर संघर्ष समिति और अभिभाषक संघ के सदस्यों ने न्यायालय परिसर से रैली निकालकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और रामलीला मैदान पर सभा को संबोधित किया. बानसूर अभिभाषक संघ के सदस्यों ने बताया कि अलवर जिले को पुलिस की दृष्टि से 2 जिलों में विभाजित किया है, जिससे बानसूर को भिवाड़ी जिले में जोड़ दिया गया जबकि भिवाड़ी की बानसूर से दूरी लगभग 120 किलोमीटर है.

जिससे फरियादियों को और वकीलों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं बानसूर में कुछ पंचायतों को लेकर नारायणपुर तहसील में जोड़ दिया गया. जिससे अभिभाषक संघ के सदस्य और ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. इससे पहले जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को भी इस मामले में ज्ञापन देकर अवगत कराया जा चुका है लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है.

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अभिभाषक संघ ने बताया कि इस मामले को लेकर स्थानीय विधायक शकुंतला रावत को भी जानकारी दी गई थी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया. जिसके बाद मंगलवार को अलग-अलग संगठनों ने बंद का आह्वान कर इसे सफल बनाया. लेकिन बंद के बाद भी सरकार की ओर से कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा. जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले धर्मेंद्र राठौड़ की आने की सूचना मिली थी. लेकिन किसी कारणवश वो अधिवक्ताओं के बीच नहीं पहुंच पाए.

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वहीं अधिवक्ताओं ने मंगलवार को रामलीला मैदान पर अपने-अपने विचार रखें. साथ ही राज्य सरकार को कड़े शब्दों में चेताया कि अगर मांगे नहीं मांगी गई तो जिला स्तर पर प्रदर्शन कर राज्य सरकार का विरोध करेंगे. साथ ही जरूरत पड़ने पर जयपुर में धरना प्रदर्शन करेंगे. वहीं इस मौके पर अभिभाषक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव, जगराम रावत, लक्ष्मण प्रसाद बोहरा, रोशन लाल ढाचोलिया, शंकरलाल, पवन कौशिक, सुभाष जोशी, अनिल चौधरी, अशोक बरगढ़, सरजीत चौधरी, निजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष आरसी यादव, शशिकांत बोहरा, जिला पार्षद अरविंद यादव सहित अन्य लोग मौजूद रहे.

Intro:Body: अलवर के बानसूर

बानसूर के न्यायालय परिसर में अभिभाषक संघ की बैठक आयोजित हुई बैठक में छह सूत्रीय मांगों को लेकर दिए जा रहे धरना प्रदर्शन में आज 9 वा दिन रहा। आज बानसूर बाजार बंद का आह्वान किया गया जिसमें सभी समाजों ने अपने अपना समर्थन दिया वही बानसूर में निजी शिक्षा समिति ने भी अपना समर्थन देकर बानसूर बंद में अपनी भागीदारी निभाई जिससे बानसूर के सभी स्कूल व कालेज बंद रहे इसके पश्चात सरकार के सद्बुद्धि के लिए 108 आहुतियां देकर यज्ञ किया बानसूर संघर्ष समिति व अभिभाषक संघ के सदस्यों ने न्यायालय परिसर से रैली निकालकर और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कस्बे के बाजार स्थित रामलीला मैदान पर सभा को संबोधित किया। बड़ी संख्या में लोगों ने इस सभा को सुना। अधिवक्ताओं ने अपने अपने विचार कर इस मामले की जानकारियां प्रदान की इस मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता भी रहा मौजूद बानसूर अभिभाषक संघ के सदस्यों ने बताया कि अलवर जिले को पुलिस की दृष्टि से 2 जिलों में विभाजित किया है जिससे बानसूर को भिवाड़ी जिले में जोड़ दिया गया जबकि भिवाड़ी की दूरी लगभग बानसूर से 120 किलोमीटर है जिससे फरियादियों को वह वकीलों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वहीं बानसूर में कुछ पंचायतों को लेकर नारायणपुर तहसील में जोड़ दिया गया जिससे अभिभाषक संघ के सदस्य व ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ रही है इससे पहले जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को भी इस मामले को लेकर ज्ञापन देकर अवगत कराया जा चुका है लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा स्थानीय विधायक शकुंतला रावत को भी इस मामले में जानकारी दे चुका अभिभाषक संघ लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकल पाया । आज अलग अलग संगठनों द्वारा बंद का आह्वान को सफल तो बनाया गया लेकिन सरकार की ओर से नहीं पहुंच पाया कोई प्रतिनिधित्व ।जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री के राइट हैंड माने जाने वाले धर्मेंद्र राठौड़ की आने की सूचना मिली थी लेकिन किसी कारणवश वो अधिवक्ताओं के बीच नहीं पहुंच पाए ।आज रामलीला मैदान पर अधिवक्ताओं ने अपने अपने विचार रखें राज सरकार को कड़े शब्दों में चेताया और कहा अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हम जिला स्तर पर प्रदर्शन कर राज सरकार का विरोध करेंगे जरूरत पड़ी तो हम जयपुर में धरना प्रदर्शन करेंगे इस मौके पर अभिभाषक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव ,जगराम रावत, लक्ष्मण प्रसाद बोहरा, रोशन लाल ढाचोलिया, शंकरलाल ,पवन कौशिक,सुभाष जोशी,अनिल चौधरी,अशोक बरगढ़, सरजीत चौधरी, निजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष आरसी यादव,शशिकांत बोहरा,जिला पार्षद अरविंद यादव पार्षद जले सिंहConclusion:
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