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अलवरः दो दिन से चल रही बाल रामलीला का आज समापन

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Published : Sep 25, 2019, 10:40 PM IST

अलवर पब्लिक स्कूल में चल रही बाल रामलीला का बुधवार को समापन हुआ. इसमें हनुमान-राम संवाद, हनुमान-सीता संवाद, राम-रावण युद्ध और राम का राजतिलक हुआ. उसके बाद रावण, कुंभकरण और मेघनाथ का पुतला दहन भी किया गया. इस मौके पर बड़ी संख्या में शहर के लोगों ने हिस्सा लिया. तो वहीं बच्चों को स्कूल संचालकों की ओर से रामलीला के किरदारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई.

अलवर में बाल रामलीला, Bal Ramleela in Alwar

अलवर. अलवर पब्लिक स्कूल की तरफ से बाल रामलीला का आयोजन किया गया. 2 दिन तक चली इस रामलीला में हिंदी और अंग्रेजी में संवाद हुआ. तो वहीं दूसरे दिन सीता को रावण ने हर लिया और उसके बाद हनुमान- राम के बीच में संवाद भी हुआ. जहां एक ओर हनुमान भगवान राम की मुद्रिका लेकर लंका पहुंचे और सीता को युद्ध की जानकारी दी. वहीं दूसरी ओर राम और रावण के बीच युद्ध भी हुआ.

अलवर में हुआ बाल रामलीला का आयोजन

वहीं इसमें हनुमान और वानर सेना ने राक्षसी सेना के साथ युद्ध किया. युद्ध जीतने के बाद भगवान राम का राजतिलक भी किया गया. जिसके बाद इस मौके पर जश्न मनाया गया और घी के दीपक भी जलाए गए. रामलीला के अंत में राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान की सवारी निकाली गई. साथ ही विशेष सुरक्षा व्यवस्था के बीच रावण, कुंभकरण और मेघनाथ का पुतला दहन भी किया गया. इस रामलीला ने सभी का मन मोह लिया. साथ ही स्टेज पर कई बार बच्चों की मस्ती भी नजर आई.

पढ़ें: राजस्थान के 15 जिलों में 'यूरेनियम' मिलने की संभावना, AMD ने हेलीबोर्न जियोलॉजिकल सर्वे करने का रखा प्रस्ताव

बता दें कि 2 दिनों तक चली इस रामलीला को देखने के लिए बड़ी संख्या में जिले के लोग पहुंचे. तो वहीं कम समय में पूरी रामलीला का मंचन हुआ. शहर में पहली बार 5 साल तक के बाल कलाकारों की ओर से बाल रामलीला का आयोजन किया गया. यह रामलीला आसपास के जिलों में भी चर्चा का विषय बनी रही. तो वहीं स्कूल को-ऑर्डिनेटर रेनू गोयल ने बताया कि बच्चों में लगातार कम हो रहे संस्कारों को देखते हुए, इस रामलीला का आयोजन किया गया. आयोजन के बाद स्कूल की तरफ से आगे भी हर साल रामलीला का आयोजन करने का फैसला लिया गया है.

अलवर. अलवर पब्लिक स्कूल की तरफ से बाल रामलीला का आयोजन किया गया. 2 दिन तक चली इस रामलीला में हिंदी और अंग्रेजी में संवाद हुआ. तो वहीं दूसरे दिन सीता को रावण ने हर लिया और उसके बाद हनुमान- राम के बीच में संवाद भी हुआ. जहां एक ओर हनुमान भगवान राम की मुद्रिका लेकर लंका पहुंचे और सीता को युद्ध की जानकारी दी. वहीं दूसरी ओर राम और रावण के बीच युद्ध भी हुआ.

अलवर में हुआ बाल रामलीला का आयोजन

वहीं इसमें हनुमान और वानर सेना ने राक्षसी सेना के साथ युद्ध किया. युद्ध जीतने के बाद भगवान राम का राजतिलक भी किया गया. जिसके बाद इस मौके पर जश्न मनाया गया और घी के दीपक भी जलाए गए. रामलीला के अंत में राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान की सवारी निकाली गई. साथ ही विशेष सुरक्षा व्यवस्था के बीच रावण, कुंभकरण और मेघनाथ का पुतला दहन भी किया गया. इस रामलीला ने सभी का मन मोह लिया. साथ ही स्टेज पर कई बार बच्चों की मस्ती भी नजर आई.

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बता दें कि 2 दिनों तक चली इस रामलीला को देखने के लिए बड़ी संख्या में जिले के लोग पहुंचे. तो वहीं कम समय में पूरी रामलीला का मंचन हुआ. शहर में पहली बार 5 साल तक के बाल कलाकारों की ओर से बाल रामलीला का आयोजन किया गया. यह रामलीला आसपास के जिलों में भी चर्चा का विषय बनी रही. तो वहीं स्कूल को-ऑर्डिनेटर रेनू गोयल ने बताया कि बच्चों में लगातार कम हो रहे संस्कारों को देखते हुए, इस रामलीला का आयोजन किया गया. आयोजन के बाद स्कूल की तरफ से आगे भी हर साल रामलीला का आयोजन करने का फैसला लिया गया है.

Intro:अलवर।
अलवर के अलवर पब्लिक स्कूल में चल रही बाल रामलीला का बुधवार को समापन हुआ। इसमें हनुमान राम संवाद, हनुमान सीता संवाद, राम रावण युद्ध व राम का राजतिलक कुआं। उसके बाद रावण, कुंभकरण व मेघनाथ का पुतला दहन हुआ। इस मौके पर बड़ी संख्या में शहर के लोगों ने हिस्सा लिया। तो वही बच्चों को स्कूल संचालकों द्वारा रामलीला के किरदारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।


Body:बच्चों में कम हो रहे संस्कारों को देखते हुए अलवर पब्लिक स्कूल की तरफ से बाल रामलीला का आयोजन किया गया। 2 दिन तक चली इस रामलीला में हिंदी में अंग्रेजी में संवाद हुआ। तो वहीं दूसरे दिन सीता को रावण ने हर लिया व उसके बाद हनुमान व राम संवाद हुआ। हनुमान भगवान राम की मुद्रिका लेकर लंका पहुंचे व सीता को भगवान राम व युद्ध की जानकारी दी। उसके बाद राम व रावण के बीच युद्ध हुआ। इसमें हनुमान में वानर सेना ने राक्षसी सेना के साथ युद्ध किया। युद्ध जीतने के बाद भगवान राम का राजतिलक हुआ। इस मौके पर जश्न मनाया गया व घी दीपक जलाए गए। रामलीला के अंत में राम लक्ष्मण सीता व हनुमान की सवारी निकाली गई। रावण कुंभकरण व मेघनाथ का पुतला दहन हुआ। इस मौके पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था के बीच तीनों पुत्रों का अध्ययन हुआ। तो वही पुत्रों में आतिशबाजी भी थी। इस रामलीला ने सभी का मन मोह लिया। तो वही स्टेज पर कई बार बच्चों की मस्ती भी नजर आई।


Conclusion:2 दिन तक चली इस रामलीला को देखने के लिए बड़ी संख्या में अलवर के लोग पहुंचे। तो वही कम समय में पूरी रामलीला का मंचन हुआ। अलवर में पहली बार 5 साल तक के बाल कलाकारों द्वारा बाल रामलीला का आयोजन किया गया। यह रामलीला आसपास के जिलों में भी चर्चा का विषय बनी रही। तो वही स्कूल कोऑर्डिनेटर रेनू गोयल ने बताया कि बच्चों में लगातार कम हो रही संस्कारों को देखते हुए। यह रामलीला का आयोजन किया गया। इस आयोजन के बाद स्कूल की तरफ से आगे भी हर साल रामलीला का आयोजन करने का फैसला लिया गया है। तो वही इस बार रा मेला में जो कमी रही उनको आगामी समय में पूरे करने का प्रयास किया जाएगा।
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