अलवर. जिला प्रमुख का चुनाव संपन्न हो चुका है. कांग्रेस के बलवीर छिल्लर चुनाव जीते हैं. बलवीर को 28 वोट मिले. जबकि भाजपा के रामवीर को 21 वोट मिले हैं. चार निर्दलीयों ने कांग्रेस प्रत्याशी छिल्लर के समर्थन में वोट डाला है. कांग्रेस में जीत के बाद जश्न का माहौल है.
अलवर में जिला प्रमुख का चुनाव संपन्न हो चुका है. कांग्रेस को जिला प्रमुख के चुनाव में बड़ी सफलता मिली है. जिला परिषद के चुनाव में कांग्रेस के 25 प्रत्याशी जीते थे. चार निर्दलीय और 20 भाजपा के प्रत्याशी जीते थे. कांग्रेस को शुरू से बढ़त मिल रही थी. शनिवार को जिला प्रमुख पद के लिए चुनाव हुए. दोनों ही पार्टियां अपना जिला प्रमुख बनाने का दावा कर रही थी. दोनों ही पार्टियों ने प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी की थी लेकिन कांग्रेस के बलवीर छिल्लर को सफलता मिली. बलवीर छिल्लर को 28 वोट मिले. जबकि भाजपा के रामवीर सिंह को 21 वोट मिले हैं. परिणाम घोषित करने के बाद जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने बलवीर छिल्लर को शपथ दिलवाई.
कांग्रेसियों ने जमकर नारेबाजी की
बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता जिला परिषद के बाहर मौजूद रहे. कांग्रेसियों ने जश्न मनाया. फूल माला पहनाकर एक दूसरे को बधाई दी. उसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जिला प्रमुख बलवीर चिल्लर को बधाई दी.
इन्होंने लहराया जीत का परचम
अलवर रामगढ़ में कांग्रेस के नसरू खान प्रधान बने. गोविंदगढ़ से भाजपा की रसमन बाई, थानागाजी से कांग्रेस के जयप्रकाश प्रजापत प्रधान बने. लक्ष्मणगढ़ से कांग्रेस की रबीना बानो, रैणी से कांग्रेस की मीरादेवी, किशनगढ़बास से कांग्रेस के बद्री प्रसाद सुमन, राजगढ़ से कांग्रेस की भौंरी देवी, उमरैण से कांग्रेस के दौलत राम, मालाखेड़ा से कांग्रेस की वीरवती प्रधान बनी.
तिजारा से भाजपा के जयप्रकाश प्रधान बने. कोटकासिम से कांग्रेस की विनोद कुमारी, मुंडावर से भाजपा सुनीता देवी, बहरोड़ से निर्दलीय सरोज यादव प्रधान बनीं. कठूमर से भाजपा के संगम, नीमराणा से भाजपा की संतोष देवी और बानसूर से कांग्रेस की सुमन देवी प्रधान बनी.
भाजपा के जीते हुए प्रत्याशियों की संख्या 20 थी. जबकि कांग्रेस के 25 विजयी प्रत्याशी हैं. जबकि चार निर्दलीय जिला परिषद चुनाव जीते हैं. वहीं कांग्रेस के विजयी प्रत्याशी मतदान करने के लिए बस के जरिए पहुंचे. कांग्रेस प्रत्याशियों को श्रम मंत्री टीकाराम जूली लेकर पहुंचे..
वोट डालने के लिए भाजपा के जीते हुए प्रत्याशी बाड़ेबंदी से सीधे जिला परिषद पहुंचे. जिला परिषद में केवल प्रत्याशियों को वोट डालने के लिए अंदर प्रवेश दिया गया. प्रशासन के कई अधिकारी जिला परिषद में मौजूद रहे. जिस कमरे में वोटिंग प्रक्रिया होगी प्रशासन की तरफ से वहां सीसीटीवी बंद करा दिया गया.
किसी को भी अंदर आने जाने की अनुमति नहीं गई. जिला परिषद के बाहर भारी सुरक्षा बल तैनात रहा. वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता मदन दिलावर सहित अन्य प्रदेश स्तरीय व जिला स्तरीय नेता जिला प्रमुख बनाने के लिए जद्दोदहद में लगे रहे.
बहरोड़ में तीन ने भरे फार्म
बहरोड़ पंचायत समिति प्रधान पद के लिए होने वाले चुनाव को लेकर प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. सुबह 10 से 11 बजे तक तीन फार्म हुए जमा. इनमें बीजेपी से गीता देवी, कांग्रेस से सुनील देवी और निर्दलीय सरोज देवी ने फार्म भरा है. नामांकन वापसी का समय एक बजे तक का है. तीन से पांच बजे तक वोटिंग होनी है. प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. आपको बता दें कि पंचायत समिति प्रधान पद के लिए 10 सदस्य होने जरूरी हैं. पंचायत समिति चुनाव में बीजेपी के 9, कांग्रेस के 2 और 8 निर्दलीय जीते हैं.
गोविंदगढ़ः कार्यकर्ताओं में झड़प, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
अलवर जिले की गोविंदगढ़ की नवनिर्वाचित पंचायत समिति में भाजपा की रसगन चौधरी प्रधान पद पर विजय रही. मतदान के दौरान भाजपा और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई. जिसके चलते पुलिस ने लाठीचार्ज किया और भीड़ को तितर-बितर किया. दोनों पार्टियों की ओर से सुबह से ही अपने-अपने दावे किए जा रहे थे. चुनाव के चलते कस्बे में भारी भीड़ जमा थी कार्यकर्ताओं में आपस में झड़प भी हुई. भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
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तिजारा में एक मत से मिली जीत
तिजारा पंचायत समिति में प्रधान पद के लिए हुए चुनाव कांग्रेस व भाजपा दोनों ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे. कड़े मुकाबले में महज एक मत से भाजपा के जयप्रकाश ने जीत हासिल की. कांग्रेस ने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर जीत कर आई खैरुना को अपना प्रत्याशी बनाया और प्रधान पद के लिए मैदान में उतारा. लेकिन कांग्रेस का जोड़-तोड़ काम नहीं आ सका. भाजपा को 11 मत मिले तो कांग्रेस को 10 मत प्राप्त हुए.
रामगढ़ में नसरू खान दूसरी बार निर्विरोध चुने गए
रामगढ़ पंचायत समिति में नसरू खान को को दूसरी बार निर्विरोध प्रधान चुना गया. रामगढ़ में आज तक भाजपा का बोर्ड नही बना हैं. इस बार नसरू खान कांग्रेस पार्टी से निर्विरोध चुने गए. भाजपा के प्रत्याशी विक्रम सिंह ने फार्म भरा था. जबकि कांग्रेस का स्पष्ट बहुमत देखते हुए निर्धारित समयावधि में अपना फार्म वापस ले लिया. इसके बाद नसरू खान को एसडीएम कैलाश शर्मा ने निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया.