अलवर. सरिस्का बाघ अभ्यारण्य घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी है. दरअसल, हमेशा बाघों की मौत के चलते विवादों में रहने वाली सरिस्का में इन दिनों बाघ की साइटिंग हो रही है. इससे यहां आने वाले पर्यटक खासे खुश नजर आ रहे हैं. इसलिए पर्यटन सीजन में सरिस्का में काफी पर्यटक आने की उम्मीद है.
बता दें कि 886 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले सरिस्का को बाघों के लिए काफी सुरक्षित माना जाता है. यहां इस समय 11 बाघ और बाघिन हैं. सरिस्का देशभर में अपनी अलग पहचान रखता है. यहां देसी पर्यटकों के साथ विदेशी पर्यटक भी काफी संख्या में घूमने के लिए आते हैं. वहीं लंबे समय से बाघों की मौत के चलते सरिस्का विवादों में रहा है. लेकिन इस बार पर्यटन सीजन की शुरुआत से ही यहां आने वाले पर्यटकों को बाघों की साइटिंग हो रही है. इससे सरिस्का में आने वाले पर्यटक काफी खुश नजर आ रहे हैं.
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साथ ही दिनोंदिन पर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही है. सरिस्का में कुल पांच जोन है. 1 अक्टूबर से सभी जोन को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. पहली बार गर्मियों में भी सरिस्का को पर्यटकों के लिए खोला गया था. लेकिन उस समय केवल 1 जोन में पर्यटकों को जाने की अनुमति थी. जानकारी के अनुसार सरिस्का में इस समय 11 बाघ और बाघिन हैं. इसमें ज्यादातर बाघ उम्र दराज हो चुके हैं. एक बाघ एसटी 6 लंबे समय से बीमार है. बीमार बाघ के इलाज के लिए जयपुर से चिकित्सकों को बुलाया गया है.
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वहीं सरिस्का के अधिकारियों ने कहा कि बाघ एसटी 6 की पूंछ के पास घाव की सघन मॉनिटरिंग कराई जा रही है. मॉनिटरिंग के लिए बाघ के क्षेत्र में कैमरे भी लगाए गए हैं. बाघ पर कैमरे और वन कर्मियों की मदद से रात-दिन नजर रखी जा रही है. जयपुर से आए चिकित्सकों की सलाह के बाद बाघ को ट्रेंकुलाइज किया जाए या नहीं इस पर फैसला लिया जाएगा.