भिवाड़ी (अलवर). केंद्र की मोदी सरकार के कृषि बिलों के विरोध में उत्तर भारत के किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, भाजपा लगातार इन कृषि बिलों के पक्ष में अपने सांसदों और विधायकों को जनता के बीच भेज रही है और इस बिल की खूबियां लोगों तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है. इसी के तहत अलवर सांसद महंत बालक नाथ शुक्रवार को टपूकड़ा के पास बुरहेड़ा गांव में बाबा लक्षमण दास आश्रम पर किसान चौपाल के आयोजन में पहुंचे.
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महन्त बालक नाथ ने कहा कि कृषि बिलों के बारे में विपक्ष लगातार अफवाह फैला रहा है. किसानों का लगातार भ्रमित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने इन बिलों के माध्यम से किसानों को देश-दुनिया की मंडियों के साथ जोड़ दिया है. किसानों के नाम पर राजनीति करना सरासर गलत है. नए कृषि बिल किसानों के हक में हैं और समर्थन मूल्य पर खरीद पहले की तरह चालू रहेगी.
सांसद ने बताया कि विधयेक से किसानों को बिचौलियोंं से मुक्त किया गया है, अब किसान अपनी फसल को कहीं भी बेच सकते हैं. वहीं, उत्तर भाजपा जिला अध्यक्ष बलवान यादव ने कृषि विधेयक की जानकारी देने वाले पैंपलेट किसानों को बांटे. राजस्थान में भी कृषि बिलों को लेकर राजनीति गर्म है. जहां कांग्रेस और अशोक गहलोत इन्हें काला कानून बता रहे हैं तो भाजपा की ही सहयोगी आरएलपी भी कृषि बिलों के विरोध में उतर आई है. पिछले दिनों हनुमान बेनीवाल ने कहा था कि या तो केंद्र सरकार इन बिलों को रिव्यू करें नहीं तो आरएलपी प्रदेश सहित पूरे देश में इन बिलों के विरोध में प्रदर्शन करेगी.