अलवर. अलवर लोकसभा सीट पर चुनावी घमासान देखने को मिल रहा है. कांग्रेस और भाजपा के नेता एक-दूसरे पर आरोप लगाने में लगे हैं. वहीं ऐसे में अलवर की राजनीति पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं.
अलवर लोकसभा सीट पर राजनीति गणित तेजी से बदल रही है. अलवर के लोग किसे चुनते हैं यह देखना होगा. क्योंकि अलवर में कई तरह के मुद्दे हैं. भाजपा सरकार में अलवर की खासी उपेक्षा हुई है. इसलिए पानी जैसे जरूरी मुद्दे पर जनता आज भी जूझ रही है.
अलवर के राजनीतिक हालात की बात करें तो मंगलवार का दिन भाजपा के नाम रहा. भाजपा सरकार में पूर्व श्रम मंत्री रहे जसवंत यादव ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को कई तरह की नसीहत दी, जिससे अलवर की राजनीति में बयानों का दौर शुरू हो गया. दोनों ही पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर आरोप लगाते नजर आए.
अलवर में लगातार भाजपा एग्रेसिव मूड में नजर आ रही है. तो वहीं कांग्रेस के जितेंद्र सिंह गांव में लोगों से जनसंपर्क करने में लगे रहे. भाजपा के वरिष्ठ नेता रोजाना अलवर आ रहे हैं. ऐसे में देखना होगा कि अलवर की जनता किसे चुनती है.