अलवर. ऑक्सीजन के बढ़ती डिमांड को देखते हुए अलवर प्रशासन की तरफ से करीब पांच हजार ऑक्सीजन सिलेंडर का अधिग्रहण किया गया था लेकिन अभी तक प्रशासन को केवल ढाई से तीन हजार सिलेंडर मिल पाए हैं. लोगों ने सिलेंडरों को छुपा रखा है. ऐसे में जिला कलेक्टर ने उद्योगपति, कारोबारी और आम लोगों को सिलेंडर की सही जानकारी प्रशासन को देने के निर्देश दिए हैं.
जिला कलेक्टर ने कहा कि जो संस्थान व व्यक्ति सिलेंडरों की सही जानकारी नहीं देगा. उसके खिलाफ प्रशासन की तरफ से सख्त कदम उठाए जाएंगे. अलवर में अन्य जिलों की तुलना में औद्योगिक इकाई ज्यादा है. इन औद्योगिक इकाइयों में गैस के सिलेंडर काम आते हैं. जिले में सिलेंडरों की स्थिति के हिसाब से जिला कलेक्टर ने 5000 सिलेंडरों का अधिग्रहण किया था. लेकिन इनमें से केवल 3000 सिलेंडर अभी तक प्रशासन को मिल पाए हैं.
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औद्योगिक इकाइयों के अलावा कारोबारी, अस्पताल, व्यापारी, ठेकेदार और आम लोगों ने सिलेंडरों को छुपा लिया है. सिलेंडरों की सही जानकारी प्रशासन को नहीं दी है. जिसके चलते कोरोना संक्रमित मरीजों को समय पर ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है क्योंकि जिले में कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से फैल रहा है. ज्यादातर मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है. सिलेंडर की कमी के चलते मरीजों को समय पर ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. ऐसे में बिना ऑक्सीजन के लोगों की जान जा रही है बिगड़ते हालात को देखते हुए.
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जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने सभी को सिलेंडरों की सही जानकारी देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि जिला स्तर के अलावा ब्लॉक स्तर पर भी प्रशासन की तरफ से जांच पड़ताल की जाएगी. जिस व्यक्ति के पास ऑक्सीजन, कार्बनडाइऑक्साइड, नाइट्रोजन और हाइड्रोजन सहित अन्य गैसों में काम आने वाले बड़े सिलेंडर हैं. वो लोग लिखित में सिलेंडरों की जानकारी प्रशासन को दें.
जानकारी गलत मिलने पर संस्था और व्यक्ति के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे. एक सिलेंडर किसी भी व्यक्ति की जान बचा सकता है. इसलिए प्रशासन की तरफ से प्रत्येक सिलेंडर कीमती है. प्रशासन इन सिलेंडरों की मॉनिटरिंग कर रहा है. साथ ही एक एक सिलेंडर जमा करने का काम कर रहा है. इस काम में प्रशासन की तरफ से रेवेन्यू पुलिस विभाग के कर्मचारियों को लगाया गया है.
ईद घर पर मनाने के निर्देश
जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने कहा कि कोरोना महामारी से आमजन के जीवन को बचाने के लिए किसी भी तरह के धार्मिक आयोजन नहीं होने चाहिए. मौजूदा लॉकडाउन की गाइडलाइन का पालन करके सभी के सहयोग से कोरोना की चेन को तोड़ा जा सकता है. जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में धर्मगुरुओं से चर्चा के दौरान यह बोल रहे थे. इस दौरान कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के प्रमुख धर्म गुरु मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि इस बार भी ईद का पर्व घर पर ही मनाना होगा. ईदगाह में नहीं जाए.