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बर्ड फ्लू को लेकर अलवर प्रशासन अलर्ट, वाटर प्वाइंटों पर वन विभाग रख रहा खास नजर

अलवर में बर्ड फ्लू को लेकर प्रशासन और वन विभाग अलर्ट (alert on bird flu in Alwar) है. तिजारा, किशनगढ़बास, बहरोड़, अलवर सदर, राजगढ़, लक्ष्मणगढ़ रेंज के अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही वाटर प्वाइंट पर नजर रखी जा रही है.

Alwar news, bird flu in Rajasthan
बर्ड फ्लू को लेकर अलवर प्रशासन अलर्ट
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Published : Jan 7, 2021, 11:21 AM IST

अलवर. कोरोना के खौफ के बीच अब बर्ड फ्लू की दस्तक लगातार प्रशासन की चिंता बढ़ा रही है. प्रदेश के 6 जिलों में अब तक 500 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है. ऐसे में अलवर जिले में लगातार वन विभाग और पशुपालन विभाग अलर्ट मोड पर है. जिले में कंट्रोल रूम शुरू हो चुका है. साथ ही पानी के वाटर प्वाइंटों पर नजर रखी जा रही है.

बर्ड फ्लू को लेकर अलवर वन विभाग अलर्ट

अलवर में अन्य जगहों की तुलना में जंगल क्षेत्र ज्यादा है. राजस्थान में अब तक बर्ड फ्लू (bird flu in Rajasthan) से 600 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है. प्रदेश के 6 जिलों में कौओं की मौत (Crows dead in Rajasthan) के मामले सामने आए हैं. डॉक्टरी जांच में बर्ड फ्लू का कम पावर स्ट्रेन मिला है, जो ज्यादा घातक नहीं है. वहीं अलवर में अब तक बर्ड फ्लू का कोई मामला नहीं आया है. ऐसे में थोड़ी राहत की बात है लेकिन उसके बाद भी लगातार एहतियातन सावधानी बरती जा रही है.

तिजारा, किशनगढ़बास, बहरोड़, अलवर सदर, राजगढ़, लक्ष्मणगढ़ रेंज के अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. वन विभाग की तरफ से वाटर प्वाइंटों पर नजर रखी जा रही है. अभी तक जिन जगहों पर पक्षियों की मौत के मामले सामने आए हैं, उनमें अधिकांश वाटर प्वाइंटों है. इसलिए सरिस्का सहित पूरे जिले में वाटर प्वाइंटों पर नजर रखी जा रही है.

यह भी पढ़ें. अलवर: कलेक्टर ने बहरोड़ में विभिन्न कार्यालयों का किया निरीक्षण, किसान आंदोलन का भी लिया जायजा

सरिस्का के अधिकारियों ने कहा कि सरिस्का का जंगल क्षेत्र बड़ा है. कंट्रोल रूम शुरू हो चुका है. इसके अलावा वाटर प्वाइंटों के पास कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं और 24 घंटे नजर रख रहे हैं. पशुपालन विभाग की ओर से पक्षियों की मौत पर वायरल संक्रमण के खतरे को देखते हुए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है. जिसका नंबर 0144-2941764 है. जबकि नियंत्रण कक्ष प्रभारी डॉ. राजेश चौधरी को नियुक्त किया गया है. इनके साथ ही 2 सहायक प्रभारी भी लगाए गए हैं.

पक्षियों से रहे दूर रहने की अपील

विशेषज्ञों ने बताया कि यह वायरस जिंदा और मृत पक्षियों से इंसानों में फैल सकता है. संक्रमित पक्षी को खाने से यह रोग फैलता है. सभी जगह पर पक्षी पहुंच जाते हैं. इसलिए उनसे ज्यादा खतरा है. बर्ड फ्लू होने पर कफ, डायरिया, बुखार, सांस की दिक्कत, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश, नाक बहना और बेचैनी जैसी समस्या हो सकती है. ऐसे होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. डॉक्टरों का कहना है कि संक्रमित पक्षियों से दूर रहे और मरे पक्षियों के पास बिल्कुल ना जाएं. इसके अलावा नॉन वेज भी ना खाएं.

अलवर. कोरोना के खौफ के बीच अब बर्ड फ्लू की दस्तक लगातार प्रशासन की चिंता बढ़ा रही है. प्रदेश के 6 जिलों में अब तक 500 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है. ऐसे में अलवर जिले में लगातार वन विभाग और पशुपालन विभाग अलर्ट मोड पर है. जिले में कंट्रोल रूम शुरू हो चुका है. साथ ही पानी के वाटर प्वाइंटों पर नजर रखी जा रही है.

बर्ड फ्लू को लेकर अलवर वन विभाग अलर्ट

अलवर में अन्य जगहों की तुलना में जंगल क्षेत्र ज्यादा है. राजस्थान में अब तक बर्ड फ्लू (bird flu in Rajasthan) से 600 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है. प्रदेश के 6 जिलों में कौओं की मौत (Crows dead in Rajasthan) के मामले सामने आए हैं. डॉक्टरी जांच में बर्ड फ्लू का कम पावर स्ट्रेन मिला है, जो ज्यादा घातक नहीं है. वहीं अलवर में अब तक बर्ड फ्लू का कोई मामला नहीं आया है. ऐसे में थोड़ी राहत की बात है लेकिन उसके बाद भी लगातार एहतियातन सावधानी बरती जा रही है.

तिजारा, किशनगढ़बास, बहरोड़, अलवर सदर, राजगढ़, लक्ष्मणगढ़ रेंज के अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. वन विभाग की तरफ से वाटर प्वाइंटों पर नजर रखी जा रही है. अभी तक जिन जगहों पर पक्षियों की मौत के मामले सामने आए हैं, उनमें अधिकांश वाटर प्वाइंटों है. इसलिए सरिस्का सहित पूरे जिले में वाटर प्वाइंटों पर नजर रखी जा रही है.

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सरिस्का के अधिकारियों ने कहा कि सरिस्का का जंगल क्षेत्र बड़ा है. कंट्रोल रूम शुरू हो चुका है. इसके अलावा वाटर प्वाइंटों के पास कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं और 24 घंटे नजर रख रहे हैं. पशुपालन विभाग की ओर से पक्षियों की मौत पर वायरल संक्रमण के खतरे को देखते हुए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है. जिसका नंबर 0144-2941764 है. जबकि नियंत्रण कक्ष प्रभारी डॉ. राजेश चौधरी को नियुक्त किया गया है. इनके साथ ही 2 सहायक प्रभारी भी लगाए गए हैं.

पक्षियों से रहे दूर रहने की अपील

विशेषज्ञों ने बताया कि यह वायरस जिंदा और मृत पक्षियों से इंसानों में फैल सकता है. संक्रमित पक्षी को खाने से यह रोग फैलता है. सभी जगह पर पक्षी पहुंच जाते हैं. इसलिए उनसे ज्यादा खतरा है. बर्ड फ्लू होने पर कफ, डायरिया, बुखार, सांस की दिक्कत, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश, नाक बहना और बेचैनी जैसी समस्या हो सकती है. ऐसे होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. डॉक्टरों का कहना है कि संक्रमित पक्षियों से दूर रहे और मरे पक्षियों के पास बिल्कुल ना जाएं. इसके अलावा नॉन वेज भी ना खाएं.

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