बहरोड़ (अलवर). दिल्ली जयपुर हाइवे पर बसे शाहजहांपुर कस्बे को नगरपालिका नहीं बनाने को लेकर आज क्षेत्र के लोगों ने विरोध स्वरूप बाजार बंद रखा और धरना दिया गया. स्थानीय लोगों का आरोप है कि अलवर जिले के शाहजहांपुर कस्बे की सरकार ने बजट में अनदेखी (Allegation of ignorance of Shahjahanpur in Budget 2022) की.
पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी बहादुर मीणा की अध्यक्षता में कस्बेवासियों की बैठक आयोजित हुई. इसमें कस्बे के व्यापारियों व स्थानीयों ने बाजार बंद रखने के साथ ही रैली निकाली कर उपखंड अधिकारी को अपनी मांगों का ज्ञापन देने का निर्णय लिया. बैठक में राज्य सरकार की और से लगातार अनदेखी करने पर विरोध जताया गया.
बैठक में कस्बेवासियों ने आरोप लगाया कि बीजवाड चौहान में कृषि महाविद्यालय खुलने का श्रेय लेने के लिए पक्ष व विपक्ष में होड़ मची हुई है. जबकि शाहजहांपुर कस्बे के उत्थान के लिए किसी भी पार्टी के जनप्रतिनिधियों की ओर से कोई पैरवी नहीं की गई. तीन घंटे से ज्यादा चले धरने को प्रशासन की समझाइस के बाद हटाया गया. जिसमें प्रशासन ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया कि मांगों को सरकार तक पहुंचाया जाएगा. इसके बाद सभी ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया.