अजमेर. सरकार कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर जहां अपनी गंभीरता जाहिर करती आई है. वहीं यदि जमीनी हकीकत से रूबरू हुआ जाए तो पता चलता है कि वैक्सीनेशन सेंटरों पर अव्यवस्थाओं का जमकर बोलबाला है. जिसकी वजह से आम जनता को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.
स्लॉट बुक होने के बावजूद आम जनता हो रही परेशान
अजमेर की मदार गेट स्थित कस्तूरबा हॉस्पिटल वैक्सीनेशन सेंटर पर युवाओं की भीड़ जमकर नजर आई. सभी युवा वैक्सीनेशन को लेकर चिंतित नजर आ रहे थे. वैक्सीनेशन सेंटर पर स्टाफ की ओर से युवाओं को आधार कार्ड की फोटो कॉपी लाने और उसका वेरिफिकेशन करवाने के लिए अलग-अलग लाइनों में लगाकर परेशान किया जा रहा था. कई लोग स्टाफ की तरफ से परेशान किए जाने से आक्रोशित नजर आए.
लोगों ने बताया कि स्लॉट बुक होने के बाद उन्हें वैक्सीनेशन के लिए 9 बजे का टाइम दिया गया था. लेकिन यहां सेंटर पर आने पर उन्हें पता चला कि लोगों की भीड़ वैक्सीन लगाने के लिए जमा है. लेकिन मेडिकल स्टाफ 10 बजे के बाद हॉस्पिटल आया है. ऐसे में कई लोग जो सुबह 8 बजे से वैक्सीन लगाने के लिए नंबर लगा कर बैठे थे. उनका नाराज होना लाजमी है.
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इस सेंटर पर अव्यवस्थाओं का आलम यहीं नहीं थमा लोगों ने बताया कि स्लॉट बुक होने के बाद उनके पास मैसेज भी आ चुका है. मेडिकल स्टाफ उस मैसेज को देखना भी जरूरी नहीं समझ रहे हैं. कभी किसी को दोबारा से रजिस्ट्रेशन करवाने की बात कहकर, कभी किसी को आधार कार्ड की कॉपी लाने की बात कहकर तीसरे कमरे तक घुमाया जा रहा है. आमजन इस तरह घूमकर बुरी तरह परेशान हो चुकी है.
वार्ड स्तर पर लगाए गए कैंप को भी प्रशासन ने नहीं बख्शा
अजमेर के वार्ड नंबर 16 में वार्ड पार्षद भारतीय श्रीवास्तव ने अपने निजी स्तर पर द्रौपदी पैलेस में वार्ड वासियों के लिए वैक्सीनेशन कैंप लगाने की व्यवस्था की थी. भारतीय श्रीवास्तव बताते हैं कि बीती रात प्रशासन की ओर से उन्हें 400 लोगों को वैक्सीन लगाने की व्यवस्था करने का आदेश दिया गया था. यह लोग वह हैं, जिनका स्लॉट बुक हो चुका है. अचानक इतने लोगों के लिए वैक्सीनेशन का आदेश मिलने पर उनकी ओर से की गई व्यवस्थाएं कुछ हद तक गड़बड़ा गई है.
जिन्हें उन्होंने बाद में संभालने का प्रयास भी किया भारती श्रीवास्तव ने कहा की यह कैंप उन्होंने अपने वार्ड वासियों के लिए आयोजित किया था यदि प्रशासन को अन्य लोगों का वैक्सीनेशन करवाना था तो उसकी व्यवस्था सरकारी डिस्पेंसरी में की जानी चाहिए थी लेकिन शायद प्रशासन का काम अब सिर्फ व्यवस्थाएं बिगाड़ने का रह गया है.
स्लॉट बांटने से पहले व्यवस्थाओं की जांच करें
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रशासन की ओर से ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगवाने के चक्कर में ज्यादा से ज्यादा स्लॉट तो होली जा रही हैं लेकिन उनके अनुरूप व्यवस्थाएं करने में प्रशासन नाकाम है चिकित्सा विभाग को चाहिए कि वैक्सीनेशन के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं करवाई जाए ताकि आम जनता को भी परेशानियों का सामना ना करना पड़े।