नसीराबाद (अजमेर). देश व प्रदेश में कोरोना महामारी के कारण धार्मिक स्थल 22 मार्च से बंद हैं और ऐसे में भक्तों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गत दिनों सरकार ने राहत देते हुए उन धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति दी है, जहां पर भक्तों की संख्या 50 के अंदर हो.
वहीं, दूसरी ओर नसीराबाद उपखंड के ब्यावर मार्ग स्थित विख्यात राजगढ़ भैरव धाम जहां पर भारी तादाद में हर रविवार को भक्तों का सैलाब उमड़ता था. सरकार की गाइडलाइन के कारण रविवार को गुरु पूर्णिमा पर राजगढ़ भैरव धाम के पट नहीं खुलने से भक्तों को निराशा का सामना करना पड़ा.
बता दें कि राजगढ़ भैरव धाम में जिले से ही नहीं, बल्कि प्रदेश सहित अन्य राज्यों से भी भक्तों का सैलाब उमड़ता था और धाम के मुख्य उपासक चम्पालाल सेन के सानिध्य में बाबा भैरव नाथ के दर्शन कर मनोकामना स्तंभ की परिक्रमा कर अपनी मनोकामना पूर्ति की कामना करते थे भक्त.
धाम पर बेटी बचाओ व बेटी पढाओ, नशा मुक्ति, रक्तदान शिविर व सामूहिक विवाह सम्मेलन सहित सामाजिक सरोकारों से जुड़े अन्य क्रियाकलाप मुख्य उपासक चम्पालाल सेन के सानिध्य में निरन्तर आयोजित होते रहते हैं. जिसमें प्रशासनिक, राजनितिक व गणमान्य हस्तियां भी शिरकत करती हैं.
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धाम पर नवरात्र महोत्सव सहित अन्य मोकों पर भी भक्तों की भारी तादाद में भीड़ को देखते हुए प्रशासन को भी भारी मशक्कत करनी पड़ती है. वहीं, रविवार को गुरु पूर्णिमा पर ईटीवी भारत की टीम राजगढ़ भैरव धाम पहुंची तो सभी गेट पर ताले लटके मिले. धाम पर चारों तरफ सन्नाटा पसरा हुआ था.