अजमेर. बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने शुक्रवार को अजमेर में प्रेस वार्ता कर कांग्रेस की गुटबाजी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर कांग्रेस में गुटबाजी नहीं होती, तो सचिन पायलट मुख्यमंत्री होते. पूनिया ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस गहलोत और पायलट में बंटी हुई है.
पूनिया ने प्रेस वार्ता में कांग्रेस की गुटबाजी पर तंज कसते हुए कहा कि सचिन पायलट मेरे अच्छे मित्र हैं. मगर पायलट की फिल्म का नाम है 'दिल है कि मानता नहीं'. यदि गुटबाजी नहीं होती, तो सचिन पायलट मुख्यमंत्री होते. कांग्रेस में नए नेताओं को अवसर देने की ताकत होती, तो पायलट सीएम बनते.
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'नेतृत्व को लेकर चुनौती नहीं': पूनिया ने कहा कि भाजपा की पहली कोशिश है कि कांग्रेस को सत्ता से बाहर करे. दूसरी कोशिश है कि बीजेपी को अच्छे बहुमत के साथ सत्ता में काबिज करे. हमारे यहां नेतृत्व को लेकर चुनौती नहीं है. पार्टी का संसदीय दल तय करता है कि कौन नेतृत्व करेगा. चर्चा है कि पार्टी में दर्जनों मुख्यमंत्री के चेहरे हैं, यह खुशी की बात है. कांग्रेस में दो लोगों के बीच फैसला नहीं हो रहा है. जबकि बीजेपी में केंद्रीय संसदीय दल की लाइन काफी अच्छी है, जो चिंतन और मनन के साथ नेतृत्व का निर्णय लेंगे.
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उन्होंने कहा कि बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा चार स्थानों से शुरू हुई थी. 17 से 18 दिनों में यात्रा प्रदेश की 200 विधानसभा क्षेत्र तक जाएगी. यह 9 से 10 हजार किलोमीटर तक यह यात्रा रहेगी. उन्होंने बताया कि 25 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं और आमजन के साथ विशाल सभा को संबोधित करेंगे. पूनिया ने कहा कि शुक्रवार को परिवर्तन यात्रा पुष्कर और उसके बाद नागौर जिले में प्रवेश करेगी. 4 सितंबर को रामदेवरा, 2 सितंबर को रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर, 3 सितंबर को बेणेश्वर, 4 सितंबर को गोगामेड़ी से यात्रा शुरू हुई.