अजमेर. राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन अभी से ही आरोप-प्रत्यारोप के दौर शुरू हो गए हैं. इसी कड़ी में अब एक गारमेंट व्यापारी ने पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत पर 4 करोड़ 50 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाया है. व्यापारी ने कहा कि 2019 में अजमेर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा का टिकट दिलाने के नाम पर विधायक ने उससे साढ़े 4 करोड़ रुपये लिए थे, लेकिन आज तक उन्होंने वो पैसे वापस नहीं किए. इतना ही नहीं, व्यापारी ने आगे विधायक रावत पर उसे पिछले चार साल से परेशान करने का भी आरोप लगाया है.
अब खुलकर आए सामने : व्यापारी मोहन लाल चौधरी ने कहा कि समाज के लोगों के सहयोग से अब वो चार साल बाद खुलकर सामने आने की हिम्मत जुटा पाए हैं. साथ ही उन्होंने विधायक रावत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की भी बात कही. दूसरी ओर विधायक सुरेश सिंह रावत ने व्यापारी के आरोपों को सियासी षड्यंत्र करार दिया.
टिकट दिलाने के नाम पर लिए थे रुपये : व्यापारी चौधरी ने कहा कि चार साल से रावत पैसे नहीं लौटा रहे हैं, इसलिए मजबूरन उन्हें मीडिया के सामने आकर ये बातें कहनी पड़ी ताकि उन्हें उनका पैसे मिल जाए. आगे उन्होंने कहा कि साल 2019 में विधायक सुरेश सिंह रावत को भाजपा ने अजमेर लोकसभा क्षेत्र का कोऑर्डिनेटर बनाया था. ऐसे में विधायक ने उनसे संपर्क किया और कहा कि तत्कालीन पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह से वो अजमेर लोकसभा क्षेत्र से उन्हें टिकट दिला देंगे. इसके एवज में उसने साढ़े चार करोड़ रुपये भी लिए, लेकिन अंतत: उन्हें टिकट नहीं मिला और न ही उनका रुपया ही वापस किया गया.
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भाजपा के सभी शीर्ष नेताओं को कराया मामले से अवगत : व्यापारी चौधरी ने बताया कि उन्होंने इस मामले से पार्टी के शीर्ष नेताओं को भी अवगत करा दिया है. लेकिन किसी ने उनकी कोई मदद नहीं की. ऐसे में समाज के लोग उनके साथ आए और खुलकर समस्या को सार्वजनिक तौर पर रखने को प्रेरित किया. चौधरी ने कहा कि विधायक सुरेश सिंह रावत ने उससे कहा था कि टिकट नहीं मिला तो वो पैसे वापस लौटा देंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.
पुष्कर में गारमेंट संगठन के अध्यक्ष हैं चौधरी : आगे व्यापारी ने कहा कि वो मूल रूप से जयपुर के दूदू स्थित नरेना के सदानपुरा गांव के रहने वाले हैं. बीते 27 सालों से वो पुष्कर में रह रहे हैं. उनका पुष्कर में रेडीमेड गारमेंट्स का व्यवसाय है, जो उन्होंने अपने चार भाइयों के साथ मिलकर शुरू किया था. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि वो वर्तमान में पुष्कर में गारमेंट संगठन के अध्यक्ष भी हैं. साथ ही सरपंच संघ के भी अध्यक्ष रह चुके हैं.
मुझे 350 लोगों ने मिलकर दिया था पैसा : व्यापारी ने कहा कि उनके पास उन सभी 350 लोगों की लिस्ट है, जिन्होंने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए पैसे दिए थे. इनमें उनके रिश्तेदार, मित्र और व्यावसायिक साथियों के अलावा समाज के लोग भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि विधायक ने उनसे 5 करोड़ मांगे थे, तब उनके सभी सहयोगियों ने मिलकर उन्हें ये धन राशि मुहैया कराई थी. चौधरी ने बताया कि सहयोगियों से मिले 3 करोड़ रुपये को उन्होंने विधायक रावत को उनके जयपुर स्थित मकान पर जाकर दिए थे.
हालांकि, दूसरी बार उन्होंने पुष्कर में ही विधायक को 65 लाख रुपये दिए थे. इसके बाद तीसरी बार उन्होंने अजमेर के मुहामी गांव स्थित सुरेश रावत के घर जाकर उन्हें 85 लाख रुपये दिए थे. ऐसे करके उन्होंने कुल साढ़े चार करोड़ रुपये दिए थे. चौधरी ने बताया कि 17 मार्च, 2019 को विधायक रावत उन्हें अपने साथ दिल्ली भी ले गए थे. रावत ने उनसे कहा था कि अमित शाह के लिए जो व्यक्ति काम करता है, उनसे मिलता है. अमित शाह से समय मिल गया तो उनसे भी मिलवाऊंगा.
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जाट धर्मशाला में हुई बैठक : गारमेंट व्यापारी मोहनलाल चौधरी जाट समाज के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. समाज के बीच चौधरी ने अपनी पीड़ा रखी है, जिसके बाद समाज की इस मसले को लेकर बैठक हुई. वहीं, बैठक के बाद समाज के लोगों के साथ वो उपखंड अधिकारी के कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. हालांकि, ज्ञापन की सूचना के बाद विधायक सुरेश सिंह रावत के समर्थन व उनके समाज के लोग मौके पर पहुंचे और विधायक के समर्थन में नारेबाजी किए.
व्यापारी चौधरी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे विधायक : पुष्कर से भाजपा विधायक सुरेश सिंह रावत ने कहा कि मोहनलाल चौधरी के आरोप निराधार हैं और उनके खिलाफ सियासी षड्यंत्र किया जा रहा है. ऐसे में वो अब मोहनलाल चौधरी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे.