अजमेर. जिले में CAA के तहत हो रहे विरोध प्रदर्शन को थामने के लिए भाजपा जन जागरण अभियान चला रही है. वहीं विरोध के स्वर थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के बाहर जुम्मे की नमाज के बाद लामबंद हुए लोगों ने नागरिक संशोधन अधिनियम का विरोध जताते हुए प्रदर्शन किया. साथ ही केंद्र सरकार से अधिनियम को वापस लेने की मांग की. इस दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने हाथों में तख्ती और बैनर लिए नागरिक संशोधन अधिनियम का विरोध करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ प्रदर्शन किया.
लोगों का कहना है कि केंद्र सरकार ने नागरिक संशोधन बिल को पास करवाकर देश और समाज को बांटने की कोशिश की है. उनका कहना है कि जब तक केंद्र सरकार नागरिक संशोधन अधिनियम को वापस नहीं ले लेती, तब तक उनका यह आंदोलन जारी रहेगा. नागरिक संशोधन अधिनियम संघर्ष समिति के सदस्य आरिफ हुसैन ने कहा कि यह कानून देश में अराजकता फैलाने वाला और देश को धार्मिक आधार पर बांटने वाला कानून है.
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उन्होंने कहा कि देशभर में नागरिक संशोधन अधिनियम का विरोध हो रहा है. उस तरीके से अजमेर में भी उसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. उन्होंने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के बाहर प्रदर्शन कर देशभर में नागरिक संशोधन अधिनियम के विरोध का संदेश दिया गया है. वहीं, शहर कांग्रेस कमेटी के सचिव विजय नागोरा ने कहा कि देश की सबसे बड़ी पंचायत को कानून बनाने का अधिकार है, लेकिन जब बनाए गए कानून का देश भर में विरोध हो रहा हो तो संसद में कानून पर पुनर्विचार होना जरूरी है.