अजमेर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के राजपूत समाज और समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति मेघराज सिंह रॉयल के खिलाफ बयान देने पर राजपूत और रावणा राजपूत समाज ने कड़ी आपत्ति जताई है. अजमेर में राजपूत और रावणा राजपूत समाज के पदाधिकारियों ने रविवार को प्रेस वार्ता कर हनुमान बेनीवाल की ओर से दिए गए बयान के खिलाफ सोमवार को जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.
बयान से समाज में अराजकता फैल रही : समाज के पदाधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से सांसद हनुमान बेनीवाल ने बजरी माफियाओं के खिलाफ हल्ला बोल मुहिम चला रखी है. इसकी आड़ में बेनीवाल कथित बजरी माफिया कहकर समाज और समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति मेघराज सिंह रॉयल पर व्यक्तिगत टिप्पणी कर रहे हैं. इसके विरोध में यह प्रेस वार्ता आयोजित की गई है. एक जिम्मेदार व्यक्ति से गैर जिम्मेदाराना बयान की उम्मीद नहीं की जा सकती है. उनके बयान से समाज में अराजकता फैल रही है.
सांसद से नहीं की जा सकती ये अपेक्षा : उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतंत्र को भीड़ तंत्र में बदलकर व्यक्तिगत लाभ के लिए काम कर रहे हैं. उनके पास अभिव्यक्ति की आजादी है, लेकिन उसकी भी मर्यादा और गरिमा होती. सांसद हनुमान बेनीवाल लोकतंत्र के प्रहरी और रक्षक हैं. कानून बनाने वाली संसद के वह सदस्य हैं. उनसे यह अपेक्षा नहीं की जा सकती है. इससे राजपूत समाज आहत हुआ है.
विभिन्न समाज के लोगों का भी अपमान : देवेंद्र सिंह ने बताया कि मेघराज सिंह रॉयल उद्योगपति हैं. दावा है कि सरकार से रॉयल्टी के ठेके उन्होंने नियमों के अंतर्गत लिए हैं. इससे माफियाओं पर अंकुश लगा है. बजरी की कालाबाजारी बंद हुई है. साथ ही सरकार को राजस्व मिल रहा है. यह बात कुछ लोगों को हजम नहीं हो रही. उन्होंने बताया कि रॉयल्टी से विभिन्न धर्म के लोग जुड़े हुए हैं, जिनसे उनका रोजगार चलता है. ऐसे में सांसद की ओर से की गई टिप्पणी मेघराज सिंह रॉयल पर नहीं बल्कि कारोबार में सहयोग करने वाले विभिन्न समाज के उन लोगों का भी अपमान है.
26 जून को विरोध प्रदर्शन : अखिल भारतीय रावणा राजपूत महासभा के सलाहकार रणजीत सिंह मालपुरा ने कहा कि हमारा विरोध किसी समाज के लिए नहीं है और न ही हमारे समाज को बढ़ावा देने के लिए कर रहे हैं. समाज के भामाशाह और समाज सेवा में निरंतर सक्रिय रहने वाले प्रतिष्ठित व्यक्ति के खिलाफ एक जिम्मेदार संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति की ओर से की गई टिप्पणी की निंदा और विरोध में राजपूत समाज की ओर से 26 जून को जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.