पुष्कर (अजमेर). आजादी के 75 साल बीतने पर देश भले ही जश्न की तैयारियों में जुटा हो, लेकिन जमीनी स्तर पर हालात आज भी दयनीय है. सरकार और सरकारी महकमा आम जन को लाभ पहुंचाने का लाख दावा करे, लेकिन जब सूखे हलक को पर्याप्त और शुद्ध पानी मयसर ही ना हो तो ये दावे खोखले ही नजर आते हैं.
पढ़ें- जैसलमेर: पीने के पानी पर पुलिस का पहरा, जानिए क्या है कारण
देश ही नहीं विदेशों से भारतीय संस्कृति को जानने और जीने लाखों पर्यटक तीर्थ नगरी पुष्कर आते हैं. लेकिन, इन दिनों पुष्करवासी और यहां ठहरे पर्यटक स्वच्छ पेयजल को तरस रहे हैं. हालात तो इतने बेकाबू हो चुके हैं कि पिछले 3 दिनों से कस्बे के सैकड़ों लोग डायरिया जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं.
दरअसल, जलदाय महकमा के पेयजल आपूर्ति के नलों में दूषित पानी आमजन को दिया जा रहा है. इसे पीकर कस्बे के कई इलाके डायरिया के शिकार हो गए हैं. इसकी सूचना जब अधिकारियों को मिली तो आनन-फानन में छोटी बस्ती क्षेत्र में करीब 30 सैंपल लिए गए.
जलदाय विभाग की टीम के मौके पर पहुंचने पर क्षेत्रवासियों ने उन्हें अपनी पीड़ा से अवगत करवाया. सहायक अभियंता आकांक्षा सोनी ने बताया कि अभी सैंपल लिए गए हैं, जिनकी जांच की जाएगी. उन्होंने बताया कि जांच की रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी. बता दें, कस्बे के छोटी बस्ती क्षेत्र में पिछले 2 दिनों से दूषित जल की सप्लाई की जा रही थी, जिससे कई लोग बीमार हो गए.