अजमेर. जिले के कोटड़ा इलाके में वार्ड नं. 2 में हर जगह सड़कें टूटी हुई दिखाई दे रहीं हैं. वहीं सड़कों पर नालियों का गंदा पानी बहता हुआ दिखाई दे रहा है. अजमेर को स्मार्ट सिटी तो घोषित कर दिया गया है, लेकिन स्मार्ट सिटी के वार्ड स्मार्ट नहीं हैं.
सड़कों पर बहता हुआ गंदा पानी देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है, कि चुनावी समय में नेताओं की ओर से वायदे तो किए जाते हैं, लेकिन उन पर पूरी तरह अमल नहीं किया जाता.
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क्षेत्रवासियों का कहना है, कि वार्ड नं. 2 के पार्षद कमल बैरवा को कई बार बताया जा चुका है, लेकिन वो ध्यान नहीं दे रहे हैं. वार्ड नं. 2 में रहने वाले लोगों ने अजमेर नगर-निगम और वहां के पार्षद के खिलाफ नारेबाजी भी की.
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कुछ वार्डों के हालात तो इस कदर खराब हैं, कि महिलाओं को रोजाना नालियों में से पानी बाहर निकाल कर फेंकना पड़ता है. क्षेत्रवासीयों ने अपना गुस्सा जताते हुए कहा, कि आगामी नगर निकाय के चुनावों में वह चुनाव का बहिष्कार करेंगे, क्योंकि चुनावी समय में सारी समस्याओं को दूर करने के वायदे तो किए जाते हैं, लेकिन एक भी वायदा पूरा नहीं किया जाता है.