अजमेर. शहर में की जमीन को भू माफिया के चुंगल से निकालने के लिए सभी धर्मों के लोग एकजुट हो गए हैं. लोगों ने एकता का संदेश देते हुए अजमेर शहर में शांति मार्च निकाला और जिला प्रशासन से शमशान कब्रिस्तान और ग्रेव्यार्ड की भूमि पर हो रहे नाजायज कब्जों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
कलेक्ट्रेट मस्जिद से जिला मुख्यालय तक शुक्रवार को शांति मार्च निकाला गया. जहां सैकड़ों लोगों ने शांतिपूर्वक हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर प्रशासन से कब्रिस्तान श्मशान और ग्रेव्यार्ड की जमीन पर हो रहे अवैध कब्जों को मुक्त कराने की मांग की है. शांति मार्च में शामिल सैयद मेहंदी हसन चिश्ती ने कहा कि सरकार ने जमीन जिस उद्देश्य से दी है उस उद्देश्य की पूर्ति वहां की जानी चाहिए ना कि उस पर अवैध कब्जे कर के मूल उद्देश्य को खत्म किया जाना चाहिए.
दरअसल, माफियाओं के हौसले अजमेर में इतने बुलंद हैं कि वे शमशान कब्रिस्तान ग्रेव्यार्ड की जमीनों पर भी कब्जा करने से वह बाज नहीं आ रहे हैं, जबकि यह जमीन सरकार ने शवों के सुपुर्द ए खाक या अंत्येष्टि के लिए सुरक्षित की गई है. शहर के कई कब्रिस्तान श्मशान ग्रेव्यार्ड की जमीन पर भू माफियाओं ने अवैध कब्जे कर लिए हैं. यही वजह है कि सभी धर्मों से जुड़े लोगों ने एकजुट होकर ना केवल एकता का संदेश दिया बल्कि प्रशासन को शांति मार्च के जरिए आगाह भी किया.
मार्च में शामिल मसीह समाज के फादर कॉसमॉस ने कहा कि शहर में कई ग्रेव्यार्ड में भू माफियाओं ने अवैध कब्जे कर लिए हैं बावजूद इसके प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है. शहर काजी बशीरुद्दीन कादरी ने कहा कि शमशान कब्रिस्तान और ग्रेव्यार्ड में हो रहे अवैध कब्जों की वजह से आमजन का सब्र कहीं टूट ना जाए इस बात से प्रशासन को आगाह हो जाना चाहिए. कादरी ने उम्मीद जताते हुए कहा कि प्रशासन इस गंभीर समस्या को जल्द हल करेगा. शांति मार्च में शामिल शहर कांग्रेस के सचिव विपिन बैसिल ने कहा कि शमशान कब्रिस्तान और ग्रेव्यार्ड की जमीनों पर भू माफियाओं के अवैध कब्जे अजमेर में ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान कि यह समस्या है. उन्होंने प्रशासन से भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर उनके चुंगल से शमशान कब्रिस्तान और ग्रेव्यार्ड की जमीन को मुक्त कराने की मांग की है.