अजमेर. जहां एक ओर पूरे प्रदेश में ऑर्गन ट्रांसप्लांट को लेकर लोगों के सामने एक बड़ी समस्या खड़ी है. वहीं किडनी के लिए चार साल, लीवर के लिए ढाई साल और हार्ट के लिए दो साल की वेटिंग के मामले में मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि ऑर्गन ट्रांसप्लांट में काफी दिक्कत है. किडनी ट्रांसप्लांट में जब तक किसी का ब्लड ग्रुप मैच नहीं होगा. तब तक मरीज की किडनी ट्रांसप्लांट नहीं की जा सकती. वहीं डोनर भी आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाते हैं.
उन्होंने कहा कि किडनी या हार्ट डोनर पर आप किसी तरह का दबाव नहीं बना सकते. वह अपनी स्वेच्छा से ही किसी भी अंग का डोनेशन करता है. लेकिन जब किसी मरीज के ट्रांसप्लांट करते हैं तो उसका ब्लड ग्रुप मिलना जरूरी है. वरना ट्रांसप्लांट सक्सेस नहीं हो पाता है.
मंत्री शर्मा ने कहा कि इसलिए मेडिकल ऑस्पेक्ट्स को देखते हुए ही यह बात कही जा सकती है. अगर जब किडनी या ब्लड ग्रुप उपलब्ध नहीं होगा तो ट्रांसप्लांट कैसे सक्सेसफुल होगा. इसको लेकर कई कारण है फिर बाद में कॉम्प्लिकेशन काफी पैदा हो जाती है.