नसीराबाद (अजमेर). देश और प्रदेश में कोरोना का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में शुक्रवार को एक और युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है. जिसके बाद कस्बे में हड़कंप मचा हुआ है. ऐसे में चिकित्सा विभाग सहित पुलिस और प्रशासन की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं. वहीं, दूसरी तरफ पाकिस्तान से सटे सीमावर्ती इलाकों से आए टिड्डी दल ने नसीराबाद क्षेत्र की श्रीनगर पंचायत समिति की ग्राम पंचायतों में सैकड़ों बीघा जमीन पर लगी फसलों को तबाह कर दिया है.
एक तरफ जहां कोरोना ने लोगों को आर्थिक संकट झेलने को मजबूर कर दिया है. वहीं, टिड्डी दल के आतंक ने किसानों को दोहरी परेशानी के सागर में डूबो दिया है. टिड्डी दल के आतंक के कारण किसानों का दिन का चेन और रात की नींद उड़ी पड़ी है.
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अजमेर में घुसे टिड्डी दल ने नसीराबाद क्षेत्र पंचायत समिति श्रीनगर की लवेरा, ढाल और लोहरवाडा ग्राम पंचायत के गांवों में सैकड़ों बीघा जमीन पर लगी फसलों पर अपनी गाज गिराते हुए चट कर दिया. जिसके नुकसान की भरपाई कर पाना किसानों और पशुपालकों को नामुमकिन नजर आ रहा है. क्योंकि, किसानों का टिड्डी दल को भगाने के लिए आग का धुंआ, टायर जलाने और थाली बजाने का कोई भी प्रयास सार्थक नहीं हुआ. वो अब सरकार से आस लगाए बैठे हैं.
मोड़ी गांव के किसान पूर्ण सिंह ने बताया कि, पंचायत पटवारी गजराज खटाणा टिड्डी दल के आने की संभावना की अग्रिम सुचना लोगों को दे दी थी. साथ ही उन्हें बचाव के उपाय भी बताए थे. लेकिन फिर भी लवेरा, मोड़ी, आशापुरा, गादेरी, ढाल, मंडियानी और तिलाना सहित आसपास के क्षेत्रों में टिड्डी दल ने भारी नुकसान कर दिया. वहीं, लवेरा ग्राम पंचायत सरपंच शंकर लाल चोधरी ने भी लोगों को जागरुक करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. उसके बावजूद भी थाली बजाने और धुंआ करने का कोई भी जतन टिड्डी दल को भगाने में कामयाब नहीं हो सका. टिड्डी दल ने शुक्रवार को सुबह 12 बजे ही खेतों में लगी हरा रजका और ज्वार की फसलों पर हमला कर फसलों को साफ कर दिया.
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ग्राम पंचायत लोहरवाडा के पूर्व सरपंच गोवर्धन सिंह राठौड़ ने इलाके के ग्रामीणों को पहले ही सचेत कर दिया था कि, टिड्डी दल का रुख ग्रामीण क्षेत्रों की तरफ कभी भी हो सकता है. मगर उनके जागरुक किए जाने के बावजूद शाम 6 बजे के बाद भारी संख्या में पहुंचे टिड्डी दल ने तेजी से खेतों में नुकसान करना शुरू कर दिया.