ETV Bharat / state

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अंतिम तिथि 31 दिसंबर

अजमेर में प्रधानमंत्री बीमा योजना को लेकर किसानों के बीच काफी प्रचार प्रसार किया जा रहा है. जिसको लेकर सोमवार को जिले के विभिन्न हिस्सों में तीन मोबाइल वैन को संभागीय आयुक्त एलएन मीणा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. जानकारी के अनुसार इस योजना से सभी किसान 31 दिसंबर तक जुड़ सकते हैं.

author img

By

Published : Dec 9, 2019, 5:11 PM IST

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, ajmer latest news
प्रधानमंत्री बीमा योजना को लेकर किसानों के बीच हो रहा प्रचार प्रसार

अजमेर. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा किसानों को जोड़ने के उद्देश्य से जिले में योजना का प्रचार प्रसार करवाया जा रहा है. इसके अंतर्गत तीन मोबाइल वैन को जिले के विभिन्न हिस्सों के लिए सोमवार को संभागीय आयुक्त एलएन मीणा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. बता दें कि सभी किसान 31 दिसंबर तक ही इस योजना से जुड़ सकते हैं.

वहीं, जिले में किसानों ने रवि की फसल की बुआई कर दी है. किसानों को अपनी फसल का बीमा करवाने के लिए 31 दिसंबर तक का समय दिया गया है. खासकर उन किसानों के लिए जिन्होंने फसली ऋण नहीं ले रखा है. ऐसे किसान संबंधित बैंक से संपर्क कर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुड़ सकते हैं.

इस दौरान संभागीय आयुक्त एलएन मीणा ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर राजस्थान चीफ सेक्रेटरी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए योजना के समक्ष समीक्षा हुई है. मीणा ने बताया कि योजना के लिए किसानों को जागरूक करना, बैंक संबंधित किसानों को आने वाली परेशानियां और भुगतान से संबंधित बिंदुओं पर भी चर्चा हुई. साथ ही अलग-अलग जिलों में अलग-अलग फसलों की बीमा दरों पर भी बात की गई है.

प्रधानमंत्री बीमा योजना को लेकर किसानों के बीच हो रहा प्रचार प्रसार

पढ़ें- अजमेर: दुष्कर्म का वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का मामला हुआ दर्ज

31 दिसंबर तक जुड़ सकते हैं योजना से

जिले में कृषि विभाग के उप निदेशक वीके शर्मा ने बताया कि गत 30 दिसंबर तक ऐसे सभी किसान, जिन्होंने फसली ऋण ले रखा है या लेने वाले हैं उनका बीमा प्रीमियम स्वतः ही जमा हो जाएगा. शर्मा ने बताया कि जिन किसानों ने किसी भी प्रकार का फसली ऋण नहीं ले रखा है वह भी 31 दिसंबर तक अपना प्रार्थना पत्र बैंक में दे सकते हैं. उन्होंने बताया कि किसान ने यदि अपनी फसल को बदला है तो इसकी भी जानकारी वह 31 दिसंबर तक बैंक को दे सकते है.

शर्मा ने कहा कि फसल बोने के बाद मध्यवती किसी भी प्रकार की अतिवृष्टि, अनावृष्टि होने पर जोखिम के प्रावधान शामिल है. वहीं, फसल कटाई के दौरान 14 दिन तक कि यदि अतिवृष्टि से फसल का नुकसान होता है तो भी किसानों को लाभ मिलेगा. अजमेर जिले में गेहूं, जौ, तारामीरा, चना, सरसों, जीरा यह फसलें बीमा के दायरे में है. किसानों को केवल डेढ़ प्रतिशत राशि प्रीमियम के लिए देनी पड़ रही है. शेष राशि केंद्र और राज्य सरकार वहन करेगी. उन्होंने बताया कि जीरे के लिए 5 प्रतिशत प्रीमियम राशि निर्धारित की गई है.

पढ़ें- Special: आंवले पर अस्तित्व का संकट, कम भावों ने पुष्कर के किसानों की बढ़ा दी चिंता

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को जागरूक किया जा रहा है. साथ ही किसानों को योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी भी दी जा रही है. अब देखने वाली बात यह होगी कि 31 दिसंबर तक जिले में कितने किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुड़ पाते हैं.

अजमेर. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा किसानों को जोड़ने के उद्देश्य से जिले में योजना का प्रचार प्रसार करवाया जा रहा है. इसके अंतर्गत तीन मोबाइल वैन को जिले के विभिन्न हिस्सों के लिए सोमवार को संभागीय आयुक्त एलएन मीणा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. बता दें कि सभी किसान 31 दिसंबर तक ही इस योजना से जुड़ सकते हैं.

वहीं, जिले में किसानों ने रवि की फसल की बुआई कर दी है. किसानों को अपनी फसल का बीमा करवाने के लिए 31 दिसंबर तक का समय दिया गया है. खासकर उन किसानों के लिए जिन्होंने फसली ऋण नहीं ले रखा है. ऐसे किसान संबंधित बैंक से संपर्क कर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुड़ सकते हैं.

इस दौरान संभागीय आयुक्त एलएन मीणा ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर राजस्थान चीफ सेक्रेटरी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए योजना के समक्ष समीक्षा हुई है. मीणा ने बताया कि योजना के लिए किसानों को जागरूक करना, बैंक संबंधित किसानों को आने वाली परेशानियां और भुगतान से संबंधित बिंदुओं पर भी चर्चा हुई. साथ ही अलग-अलग जिलों में अलग-अलग फसलों की बीमा दरों पर भी बात की गई है.

प्रधानमंत्री बीमा योजना को लेकर किसानों के बीच हो रहा प्रचार प्रसार

पढ़ें- अजमेर: दुष्कर्म का वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का मामला हुआ दर्ज

31 दिसंबर तक जुड़ सकते हैं योजना से

जिले में कृषि विभाग के उप निदेशक वीके शर्मा ने बताया कि गत 30 दिसंबर तक ऐसे सभी किसान, जिन्होंने फसली ऋण ले रखा है या लेने वाले हैं उनका बीमा प्रीमियम स्वतः ही जमा हो जाएगा. शर्मा ने बताया कि जिन किसानों ने किसी भी प्रकार का फसली ऋण नहीं ले रखा है वह भी 31 दिसंबर तक अपना प्रार्थना पत्र बैंक में दे सकते हैं. उन्होंने बताया कि किसान ने यदि अपनी फसल को बदला है तो इसकी भी जानकारी वह 31 दिसंबर तक बैंक को दे सकते है.

शर्मा ने कहा कि फसल बोने के बाद मध्यवती किसी भी प्रकार की अतिवृष्टि, अनावृष्टि होने पर जोखिम के प्रावधान शामिल है. वहीं, फसल कटाई के दौरान 14 दिन तक कि यदि अतिवृष्टि से फसल का नुकसान होता है तो भी किसानों को लाभ मिलेगा. अजमेर जिले में गेहूं, जौ, तारामीरा, चना, सरसों, जीरा यह फसलें बीमा के दायरे में है. किसानों को केवल डेढ़ प्रतिशत राशि प्रीमियम के लिए देनी पड़ रही है. शेष राशि केंद्र और राज्य सरकार वहन करेगी. उन्होंने बताया कि जीरे के लिए 5 प्रतिशत प्रीमियम राशि निर्धारित की गई है.

पढ़ें- Special: आंवले पर अस्तित्व का संकट, कम भावों ने पुष्कर के किसानों की बढ़ा दी चिंता

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को जागरूक किया जा रहा है. साथ ही किसानों को योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी भी दी जा रही है. अब देखने वाली बात यह होगी कि 31 दिसंबर तक जिले में कितने किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुड़ पाते हैं.

Intro:अजमेर। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा किसानों को जोड़ने के उद्देश्य से जिले में योजना का प्रचार प्रसार करवाया जा रहा है इसके अंतर्गत तीन मोबाइल में जिले के विभिन्न हिस्सों के लिए आज संभागीय आयुक्त एलएन मीणा ने उन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है किसान 31 दिसंबर तक ही योजना से जुड़ सकते हैं।

जिले में किसानों ने रवि की फसल बो दी है किसानों को अपनी फसल का बीमा करवाने के लिए 31 दिसंबर तक का समय दिया गया है काश उन किसानों के लिए जिन्होंने फसली ऋण नहीं ले रखा है ऐसे किसान संबंधित बैंक से संपर्क कर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुड़ सकते हैं अजमेर जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का व्यापक स्तर से प्रचार किया जा रहा है जिला मुख्यालय से सोमवार को रवाना की गई तीन मोबाइल वैन में योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी ग्रामीण क्षेत्रों में दी जा रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा किसानों का फसल बीमा हो सके संभागीय आयुक्त एलएन मीणा ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर राजस्थान चीफ सेक्रेटरी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए योजना के समक्ष समीक्षा हुई है मीणा ने बताया कि योजना के लिए किसानों को जागरूक करना बैंक संबंधित किसानों को आने वाली परेशानियां और भुगतान से संबंधित बिंदुओं पर भी चर्चा हुई साथ ही अलग-अलग जिलों में अलग-अलग फसलों के बीमा दरों पर भी बात की गई है....
बाइट एलएन मीणा संभागीय आयुक्त अजमेर

जिले में कृषि विभाग के उप निदेशक वीके शर्मा ने बताया कि गत 30 दिसंबर तक ऐसे सभी किसान जिन्होंने फसली ऋण ले रखा है या लेने वाले हैं उनका बीमा प्रीमियम स्वतः ही जमा हो जाएगा शर्मा ने बताया कि जिन किसानों ने किसी भी प्रकार का फसली ऋण नहीं ले रखा है वह भी 31 दिसंबर तक अपना प्रार्थना पत्र बैंक में दे सकते हैं उन्होंने बताया कि किसान ने यदि अपनी फसल को बदला है तो भी इसकी जानकारी वह 31 दिसंबर तक बैंक को दे सकता है...
बाइट वीके शर्मा उप निदेशक कृषि विभाग अजमेर

शर्मा ने कहा कि फसल बोने के बाद मध्यवती किसी भी प्रकार की अतिवृष्टि अनावृष्टि होने पर जोखिम के प्रावधान शामिल है वहीं फसल कटाई के दौरान 14 दिन तक कि यदि अतिवृष्टि से फसल का नुकसान होता है तो भी किसानों को लाभ मिलेगा अजमेर जिले में गेहूं जौ तारामीरा चना सरसों जीरा यह फसलें बीमा के दायरे में है किसानों को केवल डेढ़ प्रतिशत राशि प्रीमियम के लिए देनी पड़ रही है शेष राशि केंद्र और राज्य सरकार वहन करेगी। उन्होंने बताया कि जीरे के लिए 5 प्रतिशत प्रीमियम राशि निर्धारित की गई है....
बाइट वीके शर्मा उप निदेशक कृषि विभाग अजमेर

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को जागरूक किया जा रहा है साथ ही किसानों को योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी भी दी जा रही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि 31 दिसंबर तक जिले में कितने किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुड़ पाते हैं।


Body:प्रियांक शर्मा
अजमेर


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.