ETV Bharat / state

सब्जियों के बढ़ते दामों से किचन का बजट बिगड़ा

खाद्य वस्तुओं के भाव बढ़ने के साथ ही सब्जियों के आसमान छूते भावों ने लोगों के होश उड़ा दिए हैं. महंगाई के दौर में किचन को मैनेज करने में गृहणियों को काफी परेशानी हो रही है

सब्जियों के बढ़ते दामों से किचन का बजट बिगड़ा
author img

By

Published : May 11, 2019, 3:17 PM IST

अजमेर. खाद्य वस्तुओं के भाव बढ़ने के साथ ही सब्जियों के आसमान छूते भावों ने लोगों के होश उड़ा दिए हैं. महंगाई के दौर में किचन को मैनेज करने में गृहणियों को काफी परेशानी हो रही है. गृहणियों का कहना है कि स्वास्थ्य के लिए सब्जियां जरूरी है. खासकर बच्चों को तो सब्जी आवश्यक है मगर सब्जियों के बढ़ते दामों से किचन का बजट मैनेज करने के चक्कर में दूसरे खर्चों में कटौती करनी पड़ती है.

सब्जियों के बढ़ते दामों से किचन का बजट बिगड़ा

गृहणी मधु छत्री का कहना है कि सब्जियों के भाव ऐसे ही बड़े रहे तो काफी मुश्किल हो जाएगी वहीं दूसरी गृहणी रचना तिवाड़ी ने कहा कि हम जैसे मिडल क्लास फैमिली सब्जी के बढ़े दामों को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं तो गरीब वर्ग के लोग कैसे महंगी सब्जियां खरीद पा रहे होंगे.सब्जी मंडी में सब्जी की अच्छी आवाज है लेकिन सब्जियां महंगी होने से खरीदारों की संख्या कम हो गई है

अजमेर में सब्जियों के भाव एक नजर
भिंडी- 80 रुपए किलो
टिंडे- 80 से सौ रुपए किलो
लोकी 40 से 50 रुपए किलो
करेला 60 रुपए किलो
कद्दू 30 से 40 रुपए किलो
आलू 20 रुपए किलो
टमाटर 30 रुपए किलो
पालक 30 रुपए किलो
बैंगन 40 रुपए किलो
हरी मिर्च 40 रुपए किलो
हरा धनिया 50 से 60 रुपए किलो
पुदीना 40 रुपए किलो
नींबू 60 से 80 रुपए किलो
ग्वार फली 80 रुपए किलो
तुरई- 40 से 60 रुपए किलो

भीषण गर्मी से लोग वैसे ही आहत हैं रही सही कसर सब्जियों के बढ़े दामों ने पूरी कर दी है. लोगों के खानपान पर भी सब्जियों के भाव ने असर डालना शुरू कर दिया है. महिलाएं चिंतित है लेकिन क्या करें किचन मैनेज भी करना जरूरी है.

अजमेर. खाद्य वस्तुओं के भाव बढ़ने के साथ ही सब्जियों के आसमान छूते भावों ने लोगों के होश उड़ा दिए हैं. महंगाई के दौर में किचन को मैनेज करने में गृहणियों को काफी परेशानी हो रही है. गृहणियों का कहना है कि स्वास्थ्य के लिए सब्जियां जरूरी है. खासकर बच्चों को तो सब्जी आवश्यक है मगर सब्जियों के बढ़ते दामों से किचन का बजट मैनेज करने के चक्कर में दूसरे खर्चों में कटौती करनी पड़ती है.

सब्जियों के बढ़ते दामों से किचन का बजट बिगड़ा

गृहणी मधु छत्री का कहना है कि सब्जियों के भाव ऐसे ही बड़े रहे तो काफी मुश्किल हो जाएगी वहीं दूसरी गृहणी रचना तिवाड़ी ने कहा कि हम जैसे मिडल क्लास फैमिली सब्जी के बढ़े दामों को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं तो गरीब वर्ग के लोग कैसे महंगी सब्जियां खरीद पा रहे होंगे.सब्जी मंडी में सब्जी की अच्छी आवाज है लेकिन सब्जियां महंगी होने से खरीदारों की संख्या कम हो गई है

अजमेर में सब्जियों के भाव एक नजर
भिंडी- 80 रुपए किलो
टिंडे- 80 से सौ रुपए किलो
लोकी 40 से 50 रुपए किलो
करेला 60 रुपए किलो
कद्दू 30 से 40 रुपए किलो
आलू 20 रुपए किलो
टमाटर 30 रुपए किलो
पालक 30 रुपए किलो
बैंगन 40 रुपए किलो
हरी मिर्च 40 रुपए किलो
हरा धनिया 50 से 60 रुपए किलो
पुदीना 40 रुपए किलो
नींबू 60 से 80 रुपए किलो
ग्वार फली 80 रुपए किलो
तुरई- 40 से 60 रुपए किलो

भीषण गर्मी से लोग वैसे ही आहत हैं रही सही कसर सब्जियों के बढ़े दामों ने पूरी कर दी है. लोगों के खानपान पर भी सब्जियों के भाव ने असर डालना शुरू कर दिया है. महिलाएं चिंतित है लेकिन क्या करें किचन मैनेज भी करना जरूरी है.

Intro:अजमेर। लोगों के रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुएं महंगाई से अछूती नहीं है। इनमे अब सब्जियां भी आम जन की पहुंच से दूर होती जा रही है। खासकर ग्रहण या सब्जियों के बड़े भाव से आहत है सब्जियों के बढ़ते भाव ने ग्रहों का किचन का बजट गड़बड़ा दिया है।


Body:खाद्य वस्तुओं के भाव बढ़ने के साथ ही सब्जियों के आसमान छूते भावों ने लोगों के होश उड़ा दिए हैं। महंगाई के दौर में किचन को मैनेज करने में ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। गृहणियों का कहना है कि स्वास्थ्य के लिए सब्जियां जरूरी है खासकर बच्चों को तो सब्जी आवश्यक है मगर सब्जियों के बढ़ते दामों से किचन का बजट मैनेज करने के चक्कर में दूसरे खर्चों में कटौती करनी पड़ती है। गृहणी मधु छत्री का कहना है कि सब्जियों के भाव ऐसे ही बड़े रहे तो काफी मुश्किल हो जाएगी वहीं दूसरी गृहणी रचना तिवाड़ी ने कहा कि हम जैसे मिडल क्लास फैमिली सब्जी के बढ़े दामों को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं तो गरीब वर्ग के लोग कैसे महंगी सब्जियां खरीद पा रहे होंगे ...
बाइट मधु छत्री- गृहणी
बाईट- रचना तिवाड़ी- गृहणी

सब्जी मंडी में सब्जी की अच्छी आवाज है लेकिन सब्जियां महंगी होने से खरीदारों की संख्या कम हो गई है अजमेर में सब्जियों के भाव एक नजर

भिंडी- 80 रुपए किलो
टिंडे- 80 से सौ रुपए किलो
लोकी 40 से 50 रुपए किलो
करेला 60 रुपए किलो
कद्दू 30 से 40 रुपए किलो
आलू 20 रुपए किलो
टमाटर 30 रुपए किलो
पालक 30 रुपए किलो
बैंगन 40 रुपए किलो
हरी मिर्च 40 रुपए किलो
हरा धनिया 50 से 60 रुपए किलो
पुदीना 40 रुपए किलो
नींबू 60 से 80 रुपए किलो
ग्वार फली 80 रुपए किलो
तुरई- 40 से 60 रुपए किलो





Conclusion:भीषण गर्मी से लोग वैसे ही आहत हैं रही सही कसर सब्जियों के बढ़े दामों ने पूरी कर दी है लोगों के खानपान पर भी सब्जियों के भाव ने असर डालना शुरू कर दिया है महिलाएं चिंतित है लेकिन क्या करें किचन मैनेज भी करना जरूरी है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.