अजमेर. नौसेना से रिटायर्ड एक अधिकारी को 26 साल तक मुकदमा लड़ने के बाद उनका मकान उन्हें वापस मिला. बता दें कि रिटायर्ड अधिकारी जगदीश सिंह सिकरवाल अपनी ही बहन को एक मकान रहने के लिए दिए थे. इस मकान को उनकी बहन खाली नहीं कर रही थी. ऐसे में सिकरवाल ने कोर्ट में मुकदमा दायर किया था. वहीं 26 साल तक मुकदमा लड़ने के बाद अब कोर्ट ने उनको उनके मकान पर कब्जा दिलवाया है.
परिवादी जगदीश सिंह सिकरवाल ने बताया कि 26 साल पहले उनकी बहन शांति देवी ने कुछ दिनों तक रहने के लिए मकान लिया था. लेकिन लंबा समय बीतने के बाद भी उसने न तो किराया दिया और न ही मकान खाली किया. इसके बाद उन्होंने कोर्ट की शरण ली और लंबे अंतराल तक चले इस मामले में आखिरकार 26 साल बाद उन्हें जीत मिली.
इस जीत के साथ ही न्यायालय ने पुलिस इमदाद के साथ नाजिम राजेश जैन को जयपुर रोड़ स्थित मकान पर भेजा. जहां शांति देवी का बेटा सुनील रहता था. पुलिस और कोर्ट ने उसे तुरंत मकान खाली करने के निर्देश दिए. मकान खाली कराने के बाद मकान की चाबी एक बार फिर नौसेना रिटायर्ड अधिकारी जगदीश सिंह सिकरवाल को सौंपी गई है. वह अपना मकान पाकर अब खुश नजर आए. इस मौके पर उन्होंने सभी को धन्यवाद दिया.