अजमेर. तीर्थराज गुरु पुष्कर में पुरुषोत्तम मास की अमावस्या पर बुधवार को करीब 1 लाख श्रद्धालुओं ने पुष्कर सरोवर में आस्था की डुबकी लगाई. सरोवर में स्नान—पूजन के पश्चात श्रद्धालुओं ने भगवान ब्रह्मा के दर्शन किए. श्रद्धा अनुसार दान पुण्य भी किया. अमावस्या पर जगतपिता ब्रह्मा का मनमोहक श्रृंगार किया गया.
बता दें कि सनातन हिंदू धर्म में पुरुषोत्तम मास का विशेष महत्व है. इस मास में भगवान विष्णु की आराधना की जाती है. 3 साल में एक बार पुरुषोत्तम मास आता है. इस बार पुरुषोत्तम मास सावन के बीच में आया है. यानी हरि और हर के मिलन के साथ सावन और पुरुषोत्तम मास को श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है. तीर्थ पुरोहित सतीश चंद्र शर्मा ने बताया कि पुरुषोत्तम मास की अमावस्या तिथि पर तीर्थ यात्री अपने पितरों के निमित्त तर्पण, पूजन, पिंड दान इत्यादि अनुष्ठान करते हैं. इससे उनके पितर संतुष्ट होते हैं. साथ ही पितृ दोष का विशेष कारण निवारण होता है. तीर्थ नगरी पुष्कर में पुरुषोत्तम मास में श्रद्धालुओं को विशेष फलदायी होता है.
मालपुए का श्रद्धालुओं ने किया दान: तीर्थ पुरोहित सतीश चंद्र शर्मा ने बताया कि पुष्कर सरोवर में स्नान और धार्मिक अनुष्ठान के बाद श्रद्धालुओं ने जगतपिता ब्रह्मा मंदिर के दर्शन किए. इसके बाद दान—पुण्य किया. उन्होंने बताया कि एकादशी से अमावस्या तक पुष्कर सरोवर में देश के कोने-कोने से आए लाखों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. शर्मा ने बताया कि सरोवर का पूजन और पितरों के निमित्त इन पवित्र दिनों में किया गया अनुष्ठान अक्षय फल प्रदान करता है. वही पितरों की भी तृप्ति होती है. उन्होंने बताया कि अमावस्या पर श्रद्धालु मालपुए का दान करते हैं.