अजमेर. जिले में आज भी कुछ लोग बेजुबानों को मारकर गाढ़ी कमाई कर रहे हैं. जिस बिच्छू को देखने पर एक बार कोई व्यक्ति भी सहम जाता है, उसी बेजुबान बिच्छू को मारकर दवाई बनाने का दावा किया जा रहा है. अजमेर के कुछ हकीम ढाई दिन की झोपड़ी से तारागढ़ रोड़ पर दो जगह दुकान लगाए बैठे हैं. जब ईटीवी भारत की टीम ने दवाई बनाने का दावा करने वालों से वार्ता कि तो दुकानदार का दावा है कि बिच्छू की दवाई से किसी भी तरह की बीमारी का इलाज किया जा सकता है.
कुछ दूरी पर चलने पर हमे बिच्छू वाले बाबा की दुकान नजर आई. इनका दावा था कि इन पर जहर असर नहीं करता. वहीं एक बर्तन में जिंदा बिच्छू डाले हुए थे. बाबा का दावा है कि वह कई वर्षों से इस तरह के बिच्छू को मारकर इन से दवाई बनाते हैं और उस दवाई का खासा असर देखने को मिलता है. बिच्छू वाले बाबा से जब पूछा गया दवाई के लिए इन बिच्छुओं को मारा जा रहा है तो वह जवाब नहीं दे पाए.
बहरहाल इस तरह के बाबा अभी दवाइयों के नाम इन बेजुबानों को मारते हैं, और फिर इनसे मोटी कमाई करते है. वहीं वन अधिकारी सुधीप कौर ने कहा है कि मामले को गंभीरता से लिया गया है. इसमें त्वरित कार्रवाई की जाएगी.