बिजयनगर (अजमेर). बिजयनगर शहर में एक निजी कार्यक्रम में आए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया (Gulabchand Kataria targeted cm gehlot) ने राजस्थान में अंशाति फैलाने का जिम्मेदार प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनकी नीतियों को बताया है. साथ ही कटारिया ने धारा 144 लगाने का पर कहा कि ये इसीलिए किया ताकि हम कोई भी त्यौहार नहीं मना सकें. न तो हम महावीर जयंती मना सकेंगे और न ही हम अंबेडकर जयंती मना पाएंगे. मुख्यमंत्री तुष्टीकरण की पराकाष्ठा की ओर जा रहे हैं जिसके कारण अशांति हो रही है.
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि करौली की घटना के बाद मुख्यमंत्री का असली चेहरा जनता के बीच में आया है. इतनी बड़ी घटना के बारे में जिस प्रकार मुख्यमंत्री बोलते हैं, ये अफसोस की बात है. जिस प्रकार की घटना हुई, सरकार जिम्मेदारी लेती और उनके खिलाफ कार्रवाई करती तो बहुत अच्छा रहता. नारे गलत लगाने पर पत्थर बरसाए जाने का सीधा मतलब है कि पहले से तय था कि नारे लगने हैं. पत्थर भी पहले से इकट्ठे करके रखा गया था. जब नारा लगेगा तब पत्थर फेंका जाएगा. ये तुष्टीकरण की पराकाष्ठा की ओर जा रहे हैं, जिसके कारण अशांति हो रही है.
पढ़ें-राम नवमी पर धारा 144 लगाना सीएम का तुगलकी फरमान: सतीश पूनिया
धारा 144 पर बोले कटारिया: हमारे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अबकी बार सब तरह से कमाल कर दिया है. रमजान के महीने में तकलीफ न हो, इसीलिए वहां अबाध्य लाइट की अनुमति दे दी. लेकिन हमारे त्योहारों में धारा 144 लगा दी, ताकि हम कोई त्योहार नहीं मना सकें. ये अब इस समाज की बर्दाश्त करने की सीमा से बाहर जा रहा है. इसलिए अशांति फैलाने का कारण अगर कोई बन रहा है, तो वो राजस्थान का मुख्यमंत्री और उनकी नीतियां हैं.