अजमेर. हरी सब्जियों की आसमान छूती कीमतों ने रसोई का जायका बिगाड़ दिया है.अन्य शहरों में हुई लगातार बारिश से सब्जियों के दामों में काफी उछाल आया है. बारिश की वजह से सब्जी की फसलें खराब होने पर इनकी कीमतें पिछले सप्ताह की तुलना में काफी बढ़ चुकी है.
वहीं सब्जी विक्रेताओं के लिए भी सब्जी खरीदना दुशवार हो चुका है. जिस कारण सब्जी मंडी में सब्जियां भी कम ही देखने को मिल रही हैं. इन दिनों हरी सब्जियों के दाम लगभग डेढ़ गुना और टमाटर के दाम तीन गुना तक पहुंच गए हैं.
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अधिकतर सब्जियां बाहर के जिलों से अजमेर में पहुँचती है, दूसरे जिले से आने के कारण हरी सब्जियां महंगी हो चुकी है. वहीं जिले की एकमात्र दौराई स्थित बड़ी सब्जी मंडी से ही पूरे शहर एवं जिले के छोटे दुकानदारों का जुड़ाव है. इस महंगाई का असर टमाटर व धनिये के भावों पर भी देखा जा सकता है.
मंडियों में सब्जियों के खुदरा भाव
- आलू 15 से 25 रुपय किलो
- प्याज 15 से 22 रुपय किलो
- लहसुन 70 से 80 रुपय किलो
- टमाटर 50 से 70 रुपय किलो
- धनिया 200 से 250 रुपय किलो
- पुदीना 50 से 60 रुपय किलो
- नींबू 70 से 80 रुपय किलो
- मिर्च 40 से 50 रुपय किलो
- अदरक 120 से 130 रुपए किलो
- चुकंदर 40 से 50 रुपय किलो
- कचरी 30 से 35 रुपय किलो
- करेला 40 से 50 रुपय किलो
- टिंडा 60 से 80 रुपय किलो
- ग्वारफली 60 से 80 रुपय किलो
- तुरई 40 से 50 रुपय किलो
- पतागोभी 50 से 60 रुपय किलो
- फुलगोभी 50 से 60 रुपय किलो
- भिंडी 40 से 60 रुपय किलो
- बैंगन 40 से 50 रुपय किलो
- पालक 20 से 35 रुपय किलो
सब्जियों की बढ़ी कीमतों से बेतहाशा बढ़ोतरी के बाद रसोई घर का बजट कुछ इस कदर बिगड़ चुका है कि लोग सब्जियां खरीदने से कतरा है. वहीं खाद्य पदार्थों की कीमतें पहले ही काफी बढ़ी हुई थी. और अब सब्जियों की आवक सामान्य नहीं हुई तो ग्रामीणों की परेशानी और भी बढ़ जाएगी.