अजमेर. पुष्कर में कर्नल किरोड़ी बैंसला के अस्थि विसर्जन से पहले हुई सभा (Gurjar Sabha in Pushkar) में मंत्रियों के समक्ष हंगामा कर जूते-चप्पल और पानी की खाली बोतलें फेंकने के मामले में पुलिस ने एक्शन लिया है. मामले में पुलिस ने 5 गुर्जर नेताओं के खिलाफ नामजद और करीब 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
पुष्कर के मेला ग्राउंड में सोमवार को कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अस्थि विसर्जन से पहले गुर्जर समाज की सभा में शिरकत करने आए पर्यटन मंत्री शकुंतला रावत और राज्य मंत्री अशोक चांदना को विरोध का सामना करना पड़ा था. हुड़दंग कर रहे लोगों ने विरोध करते हुए इन नेताओं पर जूते, चप्पल, पानी की बोतलें भी फेंकी. इस मामले ने जहां सियासत रंग ले लिया है, वहीं आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है.
कर्नल किरोड़ी बैंसला के बेटे विजय बैंसला ने मंगलवार मीडिया से बातचीत करते हुए स्पष्ट किया था कि हुड़दंग करने वाले लोग जिस किसी भी व्यक्ति से प्रेरित हैं, उन्होंने ऐसा कृत्य करके समाज को लज्जित किया है. ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए और उन्हें दंडित किया जाना चाहिए. गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजय बैंसला ने यह भी कहा कि समिति की ओर से पुलिस को शिकायत भी दी जाएगी. बता दें कि यह मुकदमा पुलिस ने मामले का खुद संज्ञान लेते हुए दर्ज किया है. समिति की ओर से पुलिस को कोई शिकायत नहीं मिली है.
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इन लोगों को किया नामजद- पुष्कर थाना प्रभारी डॉ. रवीश सामरिया ने बताया कि गुर्जर सभा में हुड़दंग करने वाले लोगों का नेतृत्व कर रहे पांच गुर्जर नेताओं को नामजद किया गया है. जबकि 25 से 30 अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. थाना प्रभारी सांवरिया की ओर से दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक गुर्जर समाज की सभा में गिरधारी डूमाडा, विक्की गुर्जर तिलोरा, सांवर लाल गुर्जर रामपुरा, गोपाल गुर्जर बस्सी और जगमाल गुर्जर तिलोरा सहित अन्य गुर्जर कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में हंगामा किया गया.
यह है आरोप- थाना प्रभारी डॉ. रवीश सामरिया ने बताया कि राजकीय कार्य में बाधा पहुंचाने और विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, वह लोग गुर्जर सभा के बीच जनप्रतिनिधियों के भाषण के दौरान 'सचिन पायलट जिंदाबाद और सचिन नहीं तो कोई नहीं' के नारे लगाकर व्यवधान डाल रहे थे. हुड़दंग कर रहे लोगों ने सुरक्षा के लिए लगाई गई बैरिकेडिंग तोड़ दी. जब पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वह मंच की ओर धक्का-मुक्की कर बढ़ने लगे थे.