अजमेर. अजमेर में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है. सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में भी कोरोना पहुंच गया है. राजस्व मंडल, सेशन कोर्ट, आरपीएससी, कलक्ट्रेट, जिला परिषद सहित हर सरकारी संस्था जहां लोगों का आना जाना ज्यादा रहता है. वहां कर्मचारियों का आरटीपीसीआर करवाया जा जा रहा है. इतना ही नहीं न्यायालयों में वकीलों ने 15 जनवरी तक कार्य स्थगित कर दिया है. वहीं पक्षकारों का भी भीतर प्रवेश निषेध है.
अजमेर में जनवरी माह में ही 700 के करीब संक्रमित सामने आ चुके हैं. राहत की बात यह है कि इन संक्रमितों में से कोई भी गंभीर नहीं है. संभाग के संबसे बड़े जेएलएन अस्पताल में एक मरीज कोरोना पॉजिटिव (Corona positive cases in Ajmer) और 3 संदिग्ध कोरोना मरीज भर्ती हैं. फिलहाल जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई जा रही है. उन्हें घर पर ही होम आइसोलेट कर उनको आवश्यक दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं. इधर 60 वर्ष के आयु वर्ग से ऊपर और फ्रंट लाइन वर्कर के लिए बूस्टर की डोज लगना भी सोमवार से शुरू हो चुका है.
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तेजी से फैल रहा है कोरोना संक्रमण, सेम्पलिंग हो रही है कम
अजमेर जोन में जिस रफ्तार से कोरोना संक्रमण फैल रहा है, उस गति से सैम्पलिंग नहीं हो रही है. अजमेर जोन में भीलवाड़ा, अजमेर, नागौर और अजमेर जिले में कुल 7 हजार 86 सैम्पलिंग हुई. इसमें 260 कोरोना पॉजीटिव सामने आए हैं. इनमें अजमेर में 130, भीलवाड़ा, 95, नागौर 17 और टोंक 18 में कोरोना के मरीज सोमवार को आए हैं.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ इंद्रजीत सिंह ने बताया कि जोन में 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन जारी है. सोमवार से प्रिकॉशन डोज भी लगना शुरू हो चुका है. 60 वर्ष के ऊपर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए पहले प्रिकॉशन डोज लगाई जा रही है. अजमेर जोन में डेढ़ लाख कोविन और कोविडशील्ड वैक्सीन उपलब्ध है.
वैक्सीनेशन की स्थिति
अजमेर जोन में भीलवाड़ा, अजमेर, नागौर और टोंक जिले 68 लाख 88 हजार 623 लोगों को प्रथम डोज और 56 लाख 47 हजार 46 लोगों को दूसरी डोज वैक्सीन की लग चुकी है. जबकि 2 लाख 98 हजार 550 किशोर उम्र बच्चों (15 से 18 वर्ष ) तक को लग चुकी है.
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अजमेर सीएमएचओ ऑफिस से रिपोर्ट में देरी
गहलोत सरकार में चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा रहे हैं. उनके कार्यकाल में अजमेर सीएमएचओ कार्यालय में उनके निकट के अफसर लगे हुए हैं. यही वजह है कि सीएमएचओ कार्यलय से 10 मीटर दूर जोनल ऑफिस को प्रतिदिन की कोरोना रिपोर्ट तक नहीं दी जा रही है. सीएमएचओ कार्यालय में अफसर वही हैं. दरअसल केकड़ी से विधायक डॉ रघु शर्मा की सरपरस्ती है. यही वजह है कि अधिकारी बेफिक्र हैं.
राहत की खबर
अजमेर में औसतन 100 से अधिक कोरोना के मरीज प्रतिदिन सामने आ रहे हैं, लेकिन राहत की बात यह है कि इन मरीजों में गंभीर रोगी नहीं है. संभाग के सबसे बड़े जेएलएन अस्पताल में एक मरीज भर्ती है.