अजमेर. केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस इसी माह से जय भारत सत्याग्रह आंदोलन शुरू करने जा रही है. इसकी जानकारी रविवार को अजमेर सर्किट हाउस में मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए राजस्थान स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केंद्र के अध्यक्ष मुमताज मसीह ने दी. साथ ही उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को तानाशाह करार देते हुए जमकर निशाना साधा. उन्होंने केंद्र की भाजपा नीत एनडीए सरकार पर देश की जनता को बरगलाने व झूठे वादे कर वोट हासिल करने का भी आरोप लगाया. मसीह ने कहा कि इस सरकार ने आम लोगों से वादाखिलाफी की है, जिसे देश की जनता देख व समझ रही है.
वो यही नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि 1947 से लेकर 2014 तक देश में कितनी ही सरकारें आई और चली गई, लेकिन किसी भी सरकार ने ऐसा नहीं किया जो वर्तमान की मोदी सरकार कर रही है. जनता से झूठ बोलकर सत्ता में आई मोदी सरकार एक के बाद एक झूठ बोले जा रही है. इस सरकार ने काला धन वापस लाने की बात कही थी. साथ ही देश के हर नागरिक को 15-15 लाख रुपए मिलने वाले थे, जो आज तक नहीं मिले हैं. खैर, अच्छे दिन के सपने दिखाने वाली इस सरकार के राज में बेतहाशा महंगाई बढ़ी है. जिसके भार तले आज देश का हर नागरिक त्राहिमाम कर रहा है.
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उन्होंने कहा कि सियासी रैलियों में मोदी ने यूपीए राज के दौरान पेट्रोल-डीजल की कीमतों को मुद्दा बनाया था, लेकिन मौजूदा स्थिति और भी बद से बदतर हो गई. उन्होंने कहा कि देश के युवाओं से हर साल 2 करोड़ रोजगार देने की बात कही गई थी. आरोप लगाया कि आज दो करोड़ तो छोड़िए दो लाख युवाओं को भी प्रतिवर्ष रोजगार नहीं मिल रहा है. मसीह ने कहा कि देश में जो आपस में प्रेम और भाईचारे का ताना-बाना था. उसे भी ध्वस्त करने का काम किया है. आज साजिशन दो धर्मों के लोगों को लड़ाया जा रहा है. यहां तक कि आम नागरिकों की आजादी को भी छीना जा रहा है. आगे उन्होंने केंद्र सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाया और कहा कि जो लोग इस सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं, उन्हें एजेंसियों के जरिए फंसाया जा रहा है.
एक शख्स को सौंप दी देश की संपदा - राजस्थान स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केंद्र के अध्यक्ष मुमताज मसीह ने कहा कि अपने आप को देश का सेवक कहने वाले तानाशाह बन चुके हैं. धीरे-धीरे उन्होंने देश की संवैधानिक संस्थाओं को खत्म करने का काम किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष दलों के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी ने कौन सा बुरा काम किया है. देश को जोड़ने के लिए उन्होंने कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा की. पदयात्रा में लाखों लोग शामिल हुए. जबकि किसी को उन्होंने बुलाया नहीं था.
मसीह ने कहा कि राहुल गांधी ने देश को जोड़ने व बेरोजगारी के मुद्दे को उठाया. उन्होंने कहा कि संसद में राहुल गांधी को बोलने नहीं दिया जाता था और आखिरकार साजिशन उनकी सदस्यता खत्म कर दी गई. वहीं, उन्होंने कहा कि ये सरकार देश का पैसा अडानी को देती रही है. एयरपोर्ट, बंदरगाह समेत देश की सभी संपदाओं को एक शख्स को सुपुर्द कर दिया गया. उस शख्स के लिए हर नियम कादमों को बदला गया, ताकि उसे किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो.
सवाल उठाने पर राहुल गांधी को किया प्रताड़ित - संसद में राहुल गांधी के शब्दों को मिनट से बाहर कर दिया जाता था. ऐसा लगता है देश अघोषित आपातकाल की स्थिति में आ गया है और मोदी तानाशाह बन चुके हैं. मौजूदा आलम यह है कि कोई उनके खिलाफ बोल ही नहीं सकता है. देश ने सब देखा है, जब राहुल गांधी को 5-5 घंटे ईडी दफ्तर में बैठाया गया, लेकिन ईडी की पड़ताल में कुछ नहीं निकला. उनका मकसद सिर्फ उन्हें परेशान करना था. राहुल गांधी को कहीं आने जाने नहीं दिया जा रहा है. वो जहां भी जाते हैं रोक लगा दी जाती है. विपक्षी दल महात्मा गांधी के चरणों में बैठकर सत्याग्रह करना चाहते हैं तो उन्हें ऐसा करने से भी रोका जाता है, पूरी दुनिया यह सब देख रही है.