अजमेर. जयपुर ग्रेटर की महापौर सौम्या गुर्जर और तीन पार्षदों के निलंबन का विवाह शांत होता नजर नहीं आ रहा है. भारतीय जनता पार्टी लगातार इस मुद्दे को लेकर गहलोत सरकार को घेर रही है एक ओर भारतीय जनता पार्टी द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है. दूसरी ओर गहलोत सरकार के मंत्रियों में भी इस मुद्दे को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है.
अजमेर नगर निगम उपमहापौर और भाजपा मीडिया सेल के प्रदेश सह प्रभारी नीरज जैन ने इस मुद्दे पर गहलोत सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया जैन ने कहा की गहलोत सरकार के राज में प्रदेश में सिर्फ भ्रष्टाचार पनप रहा है, जो भी जनप्रतिनिधि जनता की समस्याओं को सरकार के सामने रखने का प्रयास करते हैं. उनके साथ सरकार बेहद बुरा व्यवहार कर रही है.
गहलोत सरकार के राज में जनप्रतिनिधियों के साथ कभी मारपीट की जा रही है तो कभी जनता की समस्याओं को प्रशासन के सामने रखने पर उन्हें निलंबित किया जा रहा है. निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को निलंबित करना बेहद ही निंदनीय है.
नीरज ने कहा कि जिस बीबीजी कंपनी के भ्रष्टाचार का विरोध करने पर सौम्या गुर्जर और तीन पार्षदों को निलंबित किया गया है. वह कंपनी अफसर शाह के साथ मिलीभगत कर आम जनता के साथ धोखा कर रही थी. इसी का विरोध सौम्या गुर्जर और पार्षदों की ओर से किया गया था. जिसकी वजह से इन सभी पर झूठे आरोप लगाकर गहलोत सरकार ने इन्हें निलंबित कर दिया.
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भाजपा का आरोप गहलोत के काबू में नहीं है उनके मंत्री
विरोध प्रदर्शन के दौरान नीरज जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार के मंत्री खुद गहलोत के काबू में नहीं है. एक ही मुद्दे पर उनके मंत्रियों के बीच काफी मतभेद है, जहां एक और गहलोत सरकार में शहरी विकास और आवास मंत्री शांति धारीवाल सौम्या गुर्जर के निलंबन को सही ठहरा रहे हैं.
वहीं पीसीसी चीफ और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार के इस कदम को गलत बताया है. डोटासरा का कहना भी यही है कि निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को निलंबित करना एक गलत कदम है. इससे साबित होता है की गहलोत सरकार का अपने ही मंत्रियों पर कोई नियंत्रण नहीं है. दोनों ही मंत्री इस मुद्दे पर एक-दूसरे के विरोध अपनी राय रख चुके हैं. जैन ने कहा कि गहलोत सरकार के मंत्री और अफसर ठेकेदारों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं, जो बेहद निंदनीय हैं.
राजसमंद में प्रदर्शन
इसी क्रम में राजसमंद में विधायक दीप्ति माहेश्वरी के नेतृत्व में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. राजसमंद मुख्यालय पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विधायक दीप्ति माहेश्वरी के नेतृत्व में जयपुर की महापौर सौम्या गुर्जर के निलंबन को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
टोंक में भी प्रदर्शन
टोंक जिला मुख्यालय पर गुरुवार को दोपहर जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर और तीन पार्षदों के निलंबन के विरोध में शहर के घंटाघर चौराहे पर भाजपा पार्षदों का 1 घंटे का धरना प्रदर्शन चला. जिसमें भाजपा पार्षद और कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी ओर काला मास्क लगाकर कांग्रेस सरकार के विरोध में धरना दिया.
उदयपुरः निलंबन पर जताया विरोध
जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर और तीन पार्षदों के निलंबन के विरोध में उदयपुर नगर निगम के भाजपा समर्थित पार्षदों ने उपमहापौर पारस सिंघवी के नेतृत्व में प्रदर्शन करते हुए विरोध जताया. उपमहापौर पारस सिंघवी ने कहा कि गहलोत सरकार ने लोकतंत्र की हत्या करते हुए जयपुर में जनता की ओर से चुने गए जनप्रतिनिधि को असंवैधानिक तरीके से बर्खास्त करके घृणित कार्य किया है. इसे इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने महापौर सौम्या गुर्जर सहित तीन पार्षद को निलंबित करके यह साबित कर दिया कि उनका लोकतंत्र में विश्वास नहीं है.