ETV Bharat / state

बांग्लादेश पीएम शेख हसीना ने ख्वाजा के दर पर लगाई हाजिरी, पेश किए अकीदत के फूल

बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना गुरुवार को राजस्थान दौरे पर हैं. उन्होंने अपने 40 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अजमेर के सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पर (Sheikh Hasina Reached Ajmer) हाजिरी लगाई. उनका निजाम गेट पहुंचने पर शाही पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया.

Bangladesh PM in Rajasthan
शेख हसीना अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ पहुंची अजमेर
author img

By

Published : Sep 8, 2022, 12:56 PM IST

Updated : Sep 8, 2022, 4:59 PM IST

अजमेर. राजस्थान के दौरे पर पहुंची बांग्लादेश पीएम शेख हसीना ने अपने 40 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ (Bangladesh PM in Rajasthan) विश्वविख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में हाजिरी लगाई. शेख हसीना के काफिले के दरगाह पहुंचने से पहले ही सर्किट हाउस से लेकर दरगाह तक के रूट पर पड़ने वाली सभी दुकानें और गलियां बंद कर दी गईं.

बांग्लादेश प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ जयपुर से सड़क मार्ग से अजमेर पहुंचीं. सर्किट हाउस में कुछ देर विश्राम करने के बाद उनका काफिला विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पहुंचा. जहां निजाम गेट पर उनका शाही पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया. उनके इस्तकबाल के लिए रेड कारपेट बिछाया गया. वहीं, शादियाने बजाए गए. निजाम गेट पर दरगाह के खादिम सैयद कलीमुद्दीन चिश्ती ने अंजुमन कमेटी के पदाधिकारियों से परिचय करवाया. ग्राम दरगाह कमेटी के नाजिम और दरगाह दीवान के प्रतिनिधि साहबजादे सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती भी मौजूद रहे.

शेख हसीना ने ख्वाजा के दर पर लगाई हाजिरी

यहां से आस्ताने शरीफ पहुंच कर बांग्लादेश प्रधानमंत्री ने ख्वाजा गरीब नवाज की मजार पर मखमली चादर और अकीदत के फूल पेश किए. बांग्लादेश पीएम ने भारत-बांग्लादेश के आपसी रिश्तों की बेहतरी और दोनों मुल्कों में अच्छे संबंध बने रहने की दुआ मांगी. जियारत के बाद (Sheikh Hasina in Ajmer Dargah) दरगाह के खादिम सैयद कलीमुद्दीन चिश्ती ने उनकी दस्तारबंदी की.

विजिटर बुक में लिखा संदेशः बाद में अंजुमन कमेटी की विजिटर्स बुक में उन्होंने संदेश भी लिखा. संदेश में उन्होंने लिखा कि बांग्लादेश की आवाम की बेहतरी के लिए दुआ की गई है. जियारत के बाद बुलंद दरवाजे पर दरगाह कमेटी के नाजिम ने भी दस्तारबंदी कर स्मृति चिन्ह भेंट किए. इस मौके पर अंजुमन कमेटी की ओर से सपास नामा (sapas ama) अभिनंदन पत्र उन्हें भेंट किया गया. साथ ही पुलिस अधिकारी नरेंद्र शर्मा के बच्चे अक्षय शर्मा की ओर से बनाई गई शेख हसीना की पेंटिंग भी उन्हें भेंट की गई. यहां से बांग्लादेश प्रधानमंत्री का काफिला सर्किट हाउस के लिए रवाना हो गया. सर्किट हाउस में पीएम शेख हसीना और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल के लिए लंच की व्यवस्था की गई है.

पढ़ें-VVIP Movement in Rajasthan: बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना पहुंचेंगी अजमेर, धनखड़ का भी दौरा आज

भोजन के उपरांत कुछ देर विश्राम के बाद 4:00 बजे बांग्लादेश प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल का सड़क मार्ग पर ही जयपुर लौटने का कार्यक्रम था. खादिम सैयद कलीमुद्दीन चिश्ती ने बताया कि 1946 और 1956 में शेख हसीना के पिता मुजीबुर्रहमान अजमेर दरगाह आए थे. 1975 में पहली बार शेख हसीना अजमेर आई थी. 1975 से 1980 तक दिल्ली में रहती थी. उस वक्त भी कई बार आई थी. 1996 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद भी वह अजमेर दरगाह आई थी. इसके बाद 2010 और 2017 में भी आई थी.

PM Sheikh Hasina in Ajmer
निजाम गेट पर शाही पारंपरिक तरीके से स्वागत

पढ़ें- Sheikh Hasina in Rajasthan: जयपुर पहुंची शेख हसीना, एयरपोर्ट पर हुआ शानदार स्वागत...कलाकारों संग थिरकीं PM

सर्किट हाउस में किया लंचः जियारत के बाद बांग्लादेश प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल वापस सर्किट हाउस पहुंचे. जहां सभी ने दोपहर का भोजन किया. बांग्लादेश पीएम शेख हसीना के लिए विशेष वेज और नॉनवेज पकवान तैयार किए गए थे. इनमें चिकन वुना, चिकन करी, फिश करी, मटन करी, मूंग दाल, कढ़ी पकोड़ा, वेज बिरियानी और प्लेन राइस उन्हें परोसे गए. वहीं, मीठे में केसर खीर और आम का कलाकंद भी परोसा गया.

मेहमान नवाजी से हुईं गदगदः भोजन के उपरांत कुछ देर विश्राम करने के बाद बांग्लादेश पीएम शेख हसीना का काफिला जयपुर के लिए रवाना हो गया. जाने से पहले अजमेर कलेक्टर अंशदीप, एसपी चुनाराम जाट, प्रोटोकॉल अधिकारी आलोक जैन, सर्किट हाउस मैनेजर सहित छह सात अधिकारियों को उन्होंने तोहफे भी दिए. वहीं, सर्किट हाउस की विजिटर्स बुक में उन्होंने अपना संदेश बांग्लादेशी भाषा भी लिखा. संदेश में लिखा था अद्भुत मेहमान नवाजी के लिए शुक्रिया. बांग्लादेश प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने अजमेर दौरे से काफी प्रसन्न नजर आईं.

अजमेर. राजस्थान के दौरे पर पहुंची बांग्लादेश पीएम शेख हसीना ने अपने 40 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ (Bangladesh PM in Rajasthan) विश्वविख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में हाजिरी लगाई. शेख हसीना के काफिले के दरगाह पहुंचने से पहले ही सर्किट हाउस से लेकर दरगाह तक के रूट पर पड़ने वाली सभी दुकानें और गलियां बंद कर दी गईं.

बांग्लादेश प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ जयपुर से सड़क मार्ग से अजमेर पहुंचीं. सर्किट हाउस में कुछ देर विश्राम करने के बाद उनका काफिला विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पहुंचा. जहां निजाम गेट पर उनका शाही पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया. उनके इस्तकबाल के लिए रेड कारपेट बिछाया गया. वहीं, शादियाने बजाए गए. निजाम गेट पर दरगाह के खादिम सैयद कलीमुद्दीन चिश्ती ने अंजुमन कमेटी के पदाधिकारियों से परिचय करवाया. ग्राम दरगाह कमेटी के नाजिम और दरगाह दीवान के प्रतिनिधि साहबजादे सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती भी मौजूद रहे.

शेख हसीना ने ख्वाजा के दर पर लगाई हाजिरी

यहां से आस्ताने शरीफ पहुंच कर बांग्लादेश प्रधानमंत्री ने ख्वाजा गरीब नवाज की मजार पर मखमली चादर और अकीदत के फूल पेश किए. बांग्लादेश पीएम ने भारत-बांग्लादेश के आपसी रिश्तों की बेहतरी और दोनों मुल्कों में अच्छे संबंध बने रहने की दुआ मांगी. जियारत के बाद (Sheikh Hasina in Ajmer Dargah) दरगाह के खादिम सैयद कलीमुद्दीन चिश्ती ने उनकी दस्तारबंदी की.

विजिटर बुक में लिखा संदेशः बाद में अंजुमन कमेटी की विजिटर्स बुक में उन्होंने संदेश भी लिखा. संदेश में उन्होंने लिखा कि बांग्लादेश की आवाम की बेहतरी के लिए दुआ की गई है. जियारत के बाद बुलंद दरवाजे पर दरगाह कमेटी के नाजिम ने भी दस्तारबंदी कर स्मृति चिन्ह भेंट किए. इस मौके पर अंजुमन कमेटी की ओर से सपास नामा (sapas ama) अभिनंदन पत्र उन्हें भेंट किया गया. साथ ही पुलिस अधिकारी नरेंद्र शर्मा के बच्चे अक्षय शर्मा की ओर से बनाई गई शेख हसीना की पेंटिंग भी उन्हें भेंट की गई. यहां से बांग्लादेश प्रधानमंत्री का काफिला सर्किट हाउस के लिए रवाना हो गया. सर्किट हाउस में पीएम शेख हसीना और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल के लिए लंच की व्यवस्था की गई है.

पढ़ें-VVIP Movement in Rajasthan: बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना पहुंचेंगी अजमेर, धनखड़ का भी दौरा आज

भोजन के उपरांत कुछ देर विश्राम के बाद 4:00 बजे बांग्लादेश प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल का सड़क मार्ग पर ही जयपुर लौटने का कार्यक्रम था. खादिम सैयद कलीमुद्दीन चिश्ती ने बताया कि 1946 और 1956 में शेख हसीना के पिता मुजीबुर्रहमान अजमेर दरगाह आए थे. 1975 में पहली बार शेख हसीना अजमेर आई थी. 1975 से 1980 तक दिल्ली में रहती थी. उस वक्त भी कई बार आई थी. 1996 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद भी वह अजमेर दरगाह आई थी. इसके बाद 2010 और 2017 में भी आई थी.

PM Sheikh Hasina in Ajmer
निजाम गेट पर शाही पारंपरिक तरीके से स्वागत

पढ़ें- Sheikh Hasina in Rajasthan: जयपुर पहुंची शेख हसीना, एयरपोर्ट पर हुआ शानदार स्वागत...कलाकारों संग थिरकीं PM

सर्किट हाउस में किया लंचः जियारत के बाद बांग्लादेश प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल वापस सर्किट हाउस पहुंचे. जहां सभी ने दोपहर का भोजन किया. बांग्लादेश पीएम शेख हसीना के लिए विशेष वेज और नॉनवेज पकवान तैयार किए गए थे. इनमें चिकन वुना, चिकन करी, फिश करी, मटन करी, मूंग दाल, कढ़ी पकोड़ा, वेज बिरियानी और प्लेन राइस उन्हें परोसे गए. वहीं, मीठे में केसर खीर और आम का कलाकंद भी परोसा गया.

मेहमान नवाजी से हुईं गदगदः भोजन के उपरांत कुछ देर विश्राम करने के बाद बांग्लादेश पीएम शेख हसीना का काफिला जयपुर के लिए रवाना हो गया. जाने से पहले अजमेर कलेक्टर अंशदीप, एसपी चुनाराम जाट, प्रोटोकॉल अधिकारी आलोक जैन, सर्किट हाउस मैनेजर सहित छह सात अधिकारियों को उन्होंने तोहफे भी दिए. वहीं, सर्किट हाउस की विजिटर्स बुक में उन्होंने अपना संदेश बांग्लादेशी भाषा भी लिखा. संदेश में लिखा था अद्भुत मेहमान नवाजी के लिए शुक्रिया. बांग्लादेश प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने अजमेर दौरे से काफी प्रसन्न नजर आईं.

Last Updated : Sep 8, 2022, 4:59 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.