अजमेर. सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती में खादिमों की संस्था अंजुमन कमेटी के सचिव सैयद सरवर चिश्ती का एक बयान आया है. उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि संविधान में यकीन रखने वाले देश में तमाम दलित समाज, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों को धर्मनिरपेक्ष प्लेटफॉर्म पर एक साथ आना होगा.
सरवर चिश्ती ने कहा कि देश पहले ही बहुत परेशान हो चुका है, पूरी दुनिया ने देखा कि व्हाइट हाउस में हमारे प्रधानमंत्री से किस तरह के प्रश्न पूछे गए. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में सरवर चिश्ती ने कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मोदी के लिए क्या कहा. किस तरह का डिस्क्रिमिनेशन (भेदभाव) उन तमाम लोगों के साथ हो रहा है जो भारत के संविधान में यकीन रखते हैं, जबकि वहां इस मसले को दो धर्मों का झगड़ा बताया गया है. भारत के धर्मनिरपेक्षता को बचाना है तो हम सबको साथ आना है. चिश्ती ने कहा कि देश को भी बचाना है और देश के सौहार्द को भी बचाना है.
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चंद्रशेखर पर हमले को लेकर यह कहाः भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद पर हुए हमले को लेकर सैयद सरवर चिश्ती ने कहा कि यह हमला चंद्रशेखर पर नहीं, उन सभी अंबेडकरवादियों पर हुआ है जो बाबा साहब अंबेडकर के संविधान में यकीन रखते हैं. उन्होंने कहा कि संविधान पर यकीन रखने वाले लोगों के लिए चंद्रशेखर कल के बाद आईकॉन हो गए हैं.
सरवर चिश्ती का विवादों से पुराना नाताः अंजुमन कमेटी के सचिव सैयद सरवर चिश्ती का विवादों से गहरा नाता रहा है. पिछली बार फिल्म अजमेर 92 फिल्म के खिलाफ बयान दिया. सरवर चिश्ती के इन बयानों को लेकर उनकी काफी निंदा हुई. इसके बाद सरवर चिश्ती ने खुद अमेरिका से अपना वीडियो बनाकर जारी किया, इसमें उन्होंने गलत टिप्पणी को लेकर यह कहते हुए माफी मांगी कि जुबान फिसल गई थी.