अजमेर. कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शनिवार को प्रदेश के कई शहरों में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन किया और उस पर गहलोत सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की. इस दौरान कांग्रेसियों ने सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई. ऐसे में बीजेपी अब पुलिस से शिकायत रही है. अजमेर में बीजेपी ने सिविल लाइन थाने में कलेक्ट्रेट पर कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान कोरोना महामारी से संबंधित नियमों की धज्जियां उड़ाने के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
भाजपा के अजमेर शहर जिला अध्यक्ष प्रियशील हाड़ा ने कहा कि कांग्रेस अपने आंतरिक कलह को भाजपा से जोड़ना चाहती है, जो कि पूरी तरह से गलत है. सीएम अशोक गहलोत जो खुद को गांधीवादी कहते हैं, उनके द्वारा राज्यपाल को धमकी देना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. साथ ही संवैधानिक तंत्र के लिए भी उचित नहीं है.
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प्रियशील हाड़ा ने कहा कि शनिवार को प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के कई नेताओं ने मास्क का प्रयोग नहीं कर रखा था और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए थे. कांग्रेसी नेताओं ने धारा 144 की घोषणा का भी उल्लंघन किया. आपदा प्रबंध अधिनियम की धारा-51 की जानकारी होने के बावजूद मौन स्वीकृति कर इन सभी ने धारा 55 और 56 के तहत अपराध किया है. साथ ही आमजन का जीवन संकट में डालने की धारा 188, 269 और 270 का भी अपराध किया है. हाड़ा ने कहा कि पुलिस-प्रशासन को निष्पक्ष होकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए.
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अजमेर के सिविल लाइन थाने में पहुंचकर कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने के दौरान भाजपा जिला महामंत्री और उपमहापौर संपत सांखला, रमेश सोनी, घीसू गढ़वाल, एडवोकेट गजवीर सिंह चुंडावत, मनोज डीडवानिया, देवेंद्र सिंह शेखावत, रणजीत सिंह और रचित कच्छावा उपस्थित रहे.