अजमेर. जिले के 1245 निजी विद्यालयों को शिक्षा विभाग की ओर से आरटीआई के अंतर्गत भुगतान नहीं किया गया है. जिसकी वजह से निजी विद्यालय आर्थिक तंगी से जुझ रहे हैं. ऐसे में गुरुवार को अपनी मांगों को लेकर निजी विद्यालय के संचालकों ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ कर ईश्वर से अधिकारियों को सदबुद्धि देने की मांग की.
बता दें, शिक्षा विभाग ने जिले के 1245 निजी स्कूलों को आरटीई का भुगतान नहीं किया है. जिससे करीब साढ़े 5 करोड़ रुपए बकाया चल रहे हैं. इससे निजी स्कूलों के संचालन में संचालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में निजी स्कूलों के संचालक कई बार शिक्षा विभाग से आरटीई के अंतर्गत भुगतान की मांग कर चुके हैं. ऐसे में गुरुवार भुगतान नहीं मिलने पर निजी स्कूलों के संचालकों ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया.
राजस्थान प्राइवेट एजुकेशन महासंघ के बैनर तले निजी स्कूलों के संचालकों ने हनुमान चालीसा के पाठ के साथ ईश्वर से शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सदबुद्धि देने की भी मांग की. वहीं, महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश चंद शर्मा ने बताया कि साल 2017-18 से शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों को भुगतान नहीं किया है. शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार में निजी विद्यालयों के साथ कुठाराघात किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि 15 जून तक निजी स्कूलों को आरटीई के तहत भुगतान नहीं किया गया, तो जिले में ही नहीं पूरे राजस्थान में निजी स्कूल संचालक आंदोलन करेंगे.