अजमेर. पुष्कर के बासेली गांव में पूर्व पार्षद सवाई सिंह की हत्या मामले (Former councilor murdered in old enmity) में पुलिस ने मुख्य आरोपी सूर्य प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में आरोपी ने चौंकाने वाले खुलासे किए और कहा कि उसने पूर्व पार्षद की हत्या कर अपने पिता की मौत का बदला लिया है. वहीं, इस वारदात में शामिल दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. दरअसल, वारदात के दौरान पूर्व पार्षद अपने साथियों के साथ शादी का कार्ड बांटने के लिए पुष्कर के बासेली गांव गया था, जहां शनिवार को उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हमले में एक अन्य शख्स भी जख्मी हो गया, जिसका अजमेर के जेएलएन अस्पताल में इलाज चल रहा है.
बदले की नीयत से हुई हत्या: अजमेर पलटन बाजार निवासी पूर्व पार्षद सवाई सिंह की हत्या के मुख्य आरोपी सूर्य प्रताप सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जबकि वारदात में शामिल दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. पुलिस ने बताया कि पूर्व पार्षद सवाई सिंह की हत्या बदले की नीयत से की (Police arrested killer) गई थी. अजमेर ग्रामीण सीओ इस्लाम खान ने बताया कि बासेली गांव के एक रिसोर्ट के लॉन में 5-6 लोग बैठे थे, तभी रिसोर्ट में रूम लेने के बहाने दो-तीन युवक दाखिल हुए.
रूम लेने के बहाने रिसोर्ट में घुसे हत्यारे: आरोपी रूम के लिए आए थे, इसलिए उनपर किसी को शक भी नहीं हुआ. इसी बीच तीनों आरोपी रिसेप्शन से सीधे लोन में आ गए. इस दौरान आरोपियों में शामिल श्रीनगर रोड निवासी सूर्य प्रताप सिंह ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. जिसमें चार गोलियां पूर्व पार्षद सवाई सिंह को लग गई. जबकि एक गोली दिनेश तिवाड़ी के सीने के नीचे जा लगी. पीड़ित तिवाड़ी राजस्थान माध्यमिक (Former councilor Sawai Singh killed in firing) शिक्षा बोर्ड में कर्मचारी रह चुके हैं और वर्तमान में उनका अजमेर के जेएलएन अस्पताल में इलाज चल रहा है. सीओ खान ने बताया कि आरोपी से वारदात में प्रयुक्त देसी पिस्टल और जिंदा कारतूस भी बरामद कर लिए गए हैं. उन्होंने बताया कि वारदात में शामिल दो अन्य आरोपियों के बारे में भी पड़ताल की जा रही है.
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30 साल पहले पत्रकार मदन सिंह की हुई थी हत्या: 30 साल पहले श्रीनगर रोड पर लहरों की बरखा नाम से अखबार निकालने वाले एक संपादक मदन सिंह की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मदन सिंह ब्लैकमेलिंग कांड के बारे में अपने अखबार में लिख रहे थे. इससे कुछ सफेदपोश उनसे नाराज थे. इस रंजिश को लेकर सवाई सिंह, पूर्व विधायक डॉ. राजकुमार जयपाल, शिव हरे, पपसा समेत कई आरोपियों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. लंबे समय तक मामला कोर्ट में विचाराधीन रहा. वहीं, सात साल पहले मदन सिंह हत्याकांड के सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया था. बताया गया कि मृतक पूर्व पार्षद सवाई सिंह अलवर गेट थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर भी था. उसके खिलाफ 22 मुकदमे विभिन्न थानों में दर्ज होने की भी जानकारी सामने आई है.
आरोपी सूर्य प्रताप सिंह के खिलाफ भी 11 मुकदमे: आरोपी सूर्य प्रताप सिंह अपने पिता की हत्या से काफी आहत था. पिता की मौत का बदला लेने के लिए उसने 18 साल की उम्र में अपने पिता की हत्या के आरोपी शिवहरे के हाथ पैर तोड़ दिए थे. इसके बाद पूर्व विधायक डॉ. राजकुमार जयपाल पर भी फायर किया था. जिसमें वो बाल-बाल बच गया था. शनिवार को पूर्व पार्षद सवाई सिंह की हत्या के बाद सूर्य प्रताप सिंह ने एलानिया कहा कि उसने अपने पिता की हत्या का बदला लिया है और अब डॉ. राजकुमार जयपाल की बारी है. सीओ इस्लाम खान ने बताया कि आरोपी सूर्य प्रताप सिंह ने वारदात स्थल पर 6 से अधिक फायर किए थे. मौके से गोली के 6 खोल भी बरामद हुए हैं.
आरोपी को नहीं है पछतावा: आरोपी सूर्य प्रताप सिंह के चेहरे पर पूर्व पार्षद सवाई सिंह की हत्या को लेकर कोई पछतावा नहीं है. थाने में आरोपी मुस्कुराते नजर आया और उसने कहा कि वो अपने पिता की हत्या का बदला लिया है. लेकिन अब भी (ajmer murder case) आरोपी के दो साथी फरार है, जो वारदात में शामिल थे. जिनकी तलाश शुरू कर दी गई है. साथ ही मुख्य आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है.