अजमेर. नरसिंहपुरा के रहने वाले एक युवक ने गुरुवार को ब्याज खोरों से परेशान होकर कीटनाशक का सेवन कर लिया. जिसके बाद उसे अचेत हालत में उसकी पत्नी और मां ने जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.
बता दें कि नरसिंहपुरा निवासी किशन की पत्नी पिंकी ने बताया कि उसके पति ने ब्याज पर ढाई लाख रुपए लिए थे. लेकिन रुपए उधार देने वालों ने ढाई लाख रुपए के स्थान पर 9 लाख की उधारी बताकर किशन पर आए दिन रुपए लौटाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया.
पढ़ेंः मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों की वजह से देश में आर्थिक मंदी का दौर: विवेक बंसल
इसके अलावा ब्याज के रूप में 15 से 20 हजार रुपये हर माह मांग रहा थे. पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी लगातार किशन को दी जा रही थी. बता दें कि बुधवार रात को भी सुशील और गिरिराज ने किशन को ब्याज के 30 हजार रुपए वापस देने की लिए धमकाया था. जिसके कारण किशन रात भर सो नहीं सका. जिसकी वजह से गुरुवार को किशन ने घर में रखे कीटनाशक का सेवन कर लिया. जब वह चक्कर खाकर जमीन पर गिर गया और उसके मुंह से झाग आने शुरू हो गए तो उसकी पत्नी ने किशन को तुरंत जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया.
पढ़ेंः अजमेर: निम्बाहेड़ा जा रहे परिवार का लाखों का माल ट्रेन में चोरी
बता दें कि किशन की माँ भंवरी देवी ने जानकारी देते हुए बताया कि उसके पुत्र किशन ने लोन पर वैन ली थी. वह वैन से स्कूली बच्चों को स्कूल और घर छोड़ने का काम किया करता है. लेकिन रुपएं उधार देने वाले ब्याज खोर आए दिन उसकी वैन को खड़ी करा देते थे. ब्याज के रूप में 15 से 20 हजार चुकाने का दबाव लगातार किशन पर बना रहे थे. जहां बुधवार को भी ब्याज करों ने किशन को बुलाकर उसकी वैन को खड़ी करा ली और किशन को पैदल भेज दिया. इसी बात से परेशान होकर किशन ने गुरुवार को कीटनाशक पदार्थ का सेवन कर लिया.
पढ़ेंः अजमेर: मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के विरोध में कांग्रेस का प्रदर्शन
बता दें कि दूसरी और अचेत किशन की पत्नी पिंकी ने बताया कि उसने अभी तक गंज थाना पुलिस को ब्याज खोरों के खिलाफ शिकायत नहीं दी है. क्योंकि उसने पहले पति का उपचार कराना जरूरी समझा. पिंकी ने कहा कि वह पति के ठीक होते ही पुलिस को आरोपी ब्याजखोर सुशील और गिरिराज के खिलाफ शिकायत देकर मुकदमा दर्ज कराएगी.