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बैंक खाते से मेहनत की कमाई लूटने की शिकायत दर्ज करवाने के लिए अजमेर में भटक रहा है महाराष्ट्र का युवक - अजमेर न्यूज

बैंक खाते से मेहनत की कमाई लूटने की शिकायत दर्ज करवाने के लिए अजमेर में महाराष्ट्र का युवक भटक रहा है. पीड़ित जीआरपी से लेकर जिला पुलिस कप्तान को अपनी फरियाद सुना चुका है.

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Published : Sep 12, 2019, 1:19 PM IST

अजमेर. थानों में फरियादी की शिकायत दर्ज नहीं होने पर एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाने की राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा पीड़ित को न्याय दिलाने की रही होगी. लेकिन पुलिस खुद गहलोत सरकार के आदेशों को पलीता लगा रही है. फरियादी कई बार थानों के क्षेत्राधिकार में फंसकर बेहाल हो जाता है.

बैंक खाते से चली गई मेहनत की कमाई

सत्यनारायण का कहना है कि वह अपने अपाहिज बच्चे के इलाज के लिए बुटाटी धाम आया था. 15 अगस्त को वहां से बेटे को लेकर वह अजमेर रेलवे स्टेशन पहुंचा. जहां एसबीआई के एटीएम बूथ से उसने पैसे निकालने की कोशिश की. लेकिन पैसे नहीं निकले इस दौरान एक अज्ञात शख्स ने पैसे निकालने में उसकी मदद की.

पढ़ें- महाराष्ट्र : बस ने ट्रक को टक्कर मारी, छह लोगों की मौत, 20 से ज्यादा घायल

एटीएम से पैसे नहीं निकलने पर वह शक्स रेलवे स्टेशन पर ही दो अन्य एटीएम बूथ पर ले गया. इस दौरान मौका देखकर उस अज्ञात शख्स ने उसका एटीएम कार्ड बदल दिया. सत्यनारायण ने बताया कि तीनों एटीएम मशीन से पैसा नहीं निकलने पर वह अज्ञात शख्स वहां से चला गया. इसके कुछ देर बाद ही उसके मोबाइल पर एसएमएस आए. जिसमें 4 बार में उसके बैंक खाते से 18 हजार रुपये निकलने का संदेश था.

पढ़ें- जयपुर रेलवे प्रशासन की स्वच्छता को लेकर नई पहल

एसएमएस देखकर उसके होश उड़ गए परेशान सत्यनारायण उसी वक्त अजमेर में एसबीआई बैंक जाकर उसने अपना एटीएम कार्ड ब्लॉक करवा दिया. अपाहिज बीमार बेटे के साथ वह बिना पैसे रेलवे स्टेशन पर भूखे भटकता रहा तब कुछ लोगों ने उसकी मदद की और उसको ट्रेन का किराया दिया. सत्यनारायण के साथ वारदात अजमेर रेलवे स्टेशन परिसर के आसपास हुई है. तो जाहिर है मुकदमा जीआरपी या क्लॉक टावर थाने में दर्ज होना चाहिए. लेकिन पुलिस तो पुलिस है. अजमेर पुलिस भी उसकी मदद करने के बजाय उसे यहां-वहां भटका रही है.

अजमेर. थानों में फरियादी की शिकायत दर्ज नहीं होने पर एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाने की राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा पीड़ित को न्याय दिलाने की रही होगी. लेकिन पुलिस खुद गहलोत सरकार के आदेशों को पलीता लगा रही है. फरियादी कई बार थानों के क्षेत्राधिकार में फंसकर बेहाल हो जाता है.

बैंक खाते से चली गई मेहनत की कमाई

सत्यनारायण का कहना है कि वह अपने अपाहिज बच्चे के इलाज के लिए बुटाटी धाम आया था. 15 अगस्त को वहां से बेटे को लेकर वह अजमेर रेलवे स्टेशन पहुंचा. जहां एसबीआई के एटीएम बूथ से उसने पैसे निकालने की कोशिश की. लेकिन पैसे नहीं निकले इस दौरान एक अज्ञात शख्स ने पैसे निकालने में उसकी मदद की.

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एटीएम से पैसे नहीं निकलने पर वह शक्स रेलवे स्टेशन पर ही दो अन्य एटीएम बूथ पर ले गया. इस दौरान मौका देखकर उस अज्ञात शख्स ने उसका एटीएम कार्ड बदल दिया. सत्यनारायण ने बताया कि तीनों एटीएम मशीन से पैसा नहीं निकलने पर वह अज्ञात शख्स वहां से चला गया. इसके कुछ देर बाद ही उसके मोबाइल पर एसएमएस आए. जिसमें 4 बार में उसके बैंक खाते से 18 हजार रुपये निकलने का संदेश था.

पढ़ें- जयपुर रेलवे प्रशासन की स्वच्छता को लेकर नई पहल

एसएमएस देखकर उसके होश उड़ गए परेशान सत्यनारायण उसी वक्त अजमेर में एसबीआई बैंक जाकर उसने अपना एटीएम कार्ड ब्लॉक करवा दिया. अपाहिज बीमार बेटे के साथ वह बिना पैसे रेलवे स्टेशन पर भूखे भटकता रहा तब कुछ लोगों ने उसकी मदद की और उसको ट्रेन का किराया दिया. सत्यनारायण के साथ वारदात अजमेर रेलवे स्टेशन परिसर के आसपास हुई है. तो जाहिर है मुकदमा जीआरपी या क्लॉक टावर थाने में दर्ज होना चाहिए. लेकिन पुलिस तो पुलिस है. अजमेर पुलिस भी उसकी मदद करने के बजाय उसे यहां-वहां भटका रही है.

Intro:विशेष-:

अजमेर। थानों में फरियादी की शिकायत दर्ज नहीं होने पर एसपी कार्यालय मैं शिकायत दर्ज करवाने की राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा पीड़ित को न्याय दिलाने की रही होगी लेकिन पुलिस खुद गहलोत सरकार के आदेशों को पलीता लगा रही है फरियादी कई बार थानों के क्षेत्राधिकार में फंसकर बेहाल हो जाता है मगर जब मामला पुलिस के क्षेत्राधिकार का हो तो फरियादी की स्थिति फुटबॉल की तरह हो जाती है कानून में सीधा सा नियम है कि वारदात जहां होती है उसी संबंधित थाने में शिकायत दर्ज होती है महाराष्ट्र के भंडारा जिले में नवागांव निवासी सत्यनारायण जसवंत का मरी अपनी फरियाद दर्ज करवाने के लिए महाराष्ट्र से अजमेर आकर इधर उधर भटक रहा है।

सत्यनारायण का कहना है कि वह अपने अपाहिज बच्चे के इलाज के लिए बुटाटी धाम आया था उसने बताया कि 15 अगस्त को वहां से बेटे को लेकर वह अजमेर रेलवे स्टेशन पहुंचा जहां एसबीआई के एटीएम बूथ से उसने पैसे निकालने की कोशिश की लेकिन पैसे नहीं निकले इस दौरान एक अज्ञात शख्स ने पैसे निकालने में उसकी मदद की एटीएम से पैसे नहीं निकलने पर वह शक्स रेलवे स्टेशन पर ही दो अन्य एटीएम बूथ पर ले गया इस दौरान मौका देखकर उस अज्ञात शख्स ने उसका एटीएम कार्ड बदल दिया। सत्यनारायण ने बताया कि तीनों एटीएम मशीन से पैसा नहीं निकलने पर वह अज्ञात शख्स वहां से चला गया इसके कुछ देर बाद ही उसके मोबाइल पर एसएमएस आए जिसमें 4 बार में उसके बैंक खाते से 18 हजार रुपये निकलने का संदेश था। एसएमएस देखकर उसके होश उड़ गए परेशान सत्यनारायण उसी वक्त अजमेर में एसबीआई बैंक जाकर उसने अपना एटीएम कार्ड ब्लॉक करवा दिया। अपाहिज बीमार बेटे के साथ वह बिना पैसे रेलवे स्टेशन पर भूखे भटकता रहा तब कुछ लोगों ने उसकी मदद की और उसको ट्रेन का किराया दिया...
बाइट सत्यनारायण जसवंत कामरी पीड़ित

सत्यनारायण ने अपने गांव पहुंच कर वहां थाने में शिकायत दी तो महाराष्ट्र पुलिस ने सतनारायण को वारदात से संबंधित थाने में शिकायत दर्ज करवाने की सलाह दी सतनारायण अजमेर आया और जीआरपी में शिकायत लेकर पहुंचा तो उसे अजमेर जिला पुलिस का क्षेत्र अधिकार कहकर उल्टे पैर वापस कर दिया सत्यनारायण ने अजमेर एसपी से गुहार लगाई तो उसे वहां से भी चलता कर दिया। सत्यनारायण का कहना है कि पुलिस उसकी मदद करने के बजाय उसे यहां-वहां भटका रही है ...
बाइट सत्यनारायण जसवंत कामरी पीड़ित

सत्यनारायण के साथ वारदात अजमेर रेलवे स्टेशन परिसर या आसपास हुई है तो जाहिर है मुकदमा जीआरपी या क्लॉक टावर थाने में दर्ज होना चाहिए लेकिन पुलिस तो पुलिस है सत्यनारायण कोई रसूखदार तो नहीं है आम आदमी है लिहाजा अजमेर पुलिस भी उसकी मदद करने के बजाय उसे यहां-वहां भटका रही है।


Body:प्रियांक शर्मा
अजमेर


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