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फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर ने किया था वृद्ध दंपत्ति पर जानलेवा हमला, पुलिस ने किया खुलासा

कोटा शहर की पुलिस ने 7 दिन पहले हुए जानलेवा हमले का खुलासा कर दिया है. साथ ही पुलिस ने जयपुर से आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है. आरोपी खुद को इनकम टैक्स अधिकारी बताता था.

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Published : May 17, 2019, 10:50 PM IST

वृद्ध दंपत्ति पर जानलेवा हमले का खुलासा

कोटा. शहर के महावीर नगर थाना में हुए वृद्ध दंपत्ति पर जानलेवा हमले का पुलिस ने खुलासा करते हुए आरोपी को जयपुर के बस्सी से गिरफ्तार किया है. महावीर नगर विस्तार योजना में रहने वाले वृद्ध दंपत्ति ओमप्रकाश भट्ट और उनकी पत्नी सुशीला पर 7 दिन पहले प्राणघातक हमला हुआ था. इस घटना के पीछे की कहानी को जानकर पुलिस भी सन्न रह गई.

जयपुर के बस्सी से आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने दूसरी तरफ फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बताने वाले युवक राजवीर यादव को जयपुर जिले के बस्सी से गिरफ्तार कर लिया है. जो बारां जिले के छबड़ा तहसील के पटना गांव का निवासी है.

जानिए, जानलेवा हमले के पीछे की कहानी
आरोपी राजवीर यादव ने अपने परिवारजनों और परिचितों को बता रखा था कि वह इनकम टैक्स ऑफिसर है और मुंबई में ट्रेनिंग कर रहा है. इसके जरिए उसने अपने परिजनों से ट्रेनिंग के नाम पर पैसे भी लेता रहा. जब परिजनों ने कहा कि तेरी नौकरी लग गई और कुछ पैसे की मांग की तो उसने कहा कि ट्रेनिंग पूरी होने के बाद जमा पैसों को लेकर वह आएगा और लौटा देगा. दरअसल, खुद को फर्जी इनकम टैक्स अफसर बताकर अपने परिवारजनों की आंखों में धूल झोंक रहा था. शातिर बदमाश अपनी असली हकीकत जानता था. वह जानता था कि उसके पास एक फूटी कौड़ी नहीं है, लेकिन अपने एक झूठ को दबाने के लिए उसने रेकी कर दंपत्ति को रास्ते से हटा कर उन्हें लूट की योजना बनाई, ताकि लूट की रकम से वह कुछ रकम अपने परिवार वालों को देकर इनकम टैक्स ऑफिसर बनने का झांसा मजबूती से दे सके.

वृद्ध दंपत्ति पर जानलेवा हमले का खुलासा

घरवालों को पैसा देने के लिए बनाई लूट की योजना
इसी इरादे से आरोपी राजवारी ने 11 मई को सुबह 9:30 बजे महावीर नगर विस्तार योजना स्थित ओम प्रकाश भट्ट के घर पहुंचा और किराए के लिए कमरा देखने के बहाने घुसा. अपनी योजना के मुताबिक ओमप्रकाश और उनकी पत्नी सुशीला पर पाइप से ताबड़तोड़ हमला कर उन्हें लहूलुहान कर दिया, लेकिन इसी बीच ओम प्रकाश भट्ट के यहां पर मजदूरी करने आया जगदीश वहां पहुंच गया. बदमाश राजवीर ने जगदीश पर भी हमला किया, लेकिन जगदीश की किस्मत अच्छी रही कि वह बाल-बाल बच गया. इसी बीच खुद को फंसता देख बदमाश राजवीर मौके से फरार हो गया.

लगातार छह दिनों तक पुलिस को छकाता रहा आरोपी
राजवीर घटना के बाद लगातार छह दिनों तक पुलिस को छकाता रहा. पुलिस ने भी राजवीर के मोबाइल से मिली जानकारी के आधार पर उसके घर पर दबिश दी, जहां पर राजवीर के परिजनों ने उन्हें बताया कि उनका बेटा हत्यारा नहीं बल्कि इनकम टैक्स ऑफिसर है. यहीं बात राजवीर के सभी दोस्तों ने भी कही, जिसके बाद जयपुर के पास बस्सी से राजवीर को गिरफ्तार कर लिया.

पढ़ाई में काफी तेज था राजवीर
पुलिस ने यह भी बताया कि राजवीर पढ़ाई में काफी बुद्धिमानी था, लेकिन अपने परिवार जनों को इनकम टैक्स ऑफिसर बनने के झांसे के बाद से राजवीर खानाबदोश की तरह रहने लगा था. वह कोटा में बिना किसी स्थाई ठिकाने के 5 महीने से इधर-उधर रहा था. यही नहीं उसने कई रातें फुटपाथ पर भी बिताई है. साथ ही वह दोस्तों से भी कुछ पैसे लेता रहता था. वहीं पुलिस ने यह भी कहा कि राजवीर अपने एक मित्र के साथ कुछ दिनों पहले भट्ट दंपत्ति के घर पर आया था. जो यहां पर किराए से रहते था. इसलिए उसने पूरी प्लानिंग बनाई कि यह दंपत्ति अकेले रहते हैं, आसानी से इन्हें लूटा जा सकता है और इनका मकान भी बड़ा है.

कोटा. शहर के महावीर नगर थाना में हुए वृद्ध दंपत्ति पर जानलेवा हमले का पुलिस ने खुलासा करते हुए आरोपी को जयपुर के बस्सी से गिरफ्तार किया है. महावीर नगर विस्तार योजना में रहने वाले वृद्ध दंपत्ति ओमप्रकाश भट्ट और उनकी पत्नी सुशीला पर 7 दिन पहले प्राणघातक हमला हुआ था. इस घटना के पीछे की कहानी को जानकर पुलिस भी सन्न रह गई.

जयपुर के बस्सी से आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने दूसरी तरफ फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बताने वाले युवक राजवीर यादव को जयपुर जिले के बस्सी से गिरफ्तार कर लिया है. जो बारां जिले के छबड़ा तहसील के पटना गांव का निवासी है.

जानिए, जानलेवा हमले के पीछे की कहानी
आरोपी राजवीर यादव ने अपने परिवारजनों और परिचितों को बता रखा था कि वह इनकम टैक्स ऑफिसर है और मुंबई में ट्रेनिंग कर रहा है. इसके जरिए उसने अपने परिजनों से ट्रेनिंग के नाम पर पैसे भी लेता रहा. जब परिजनों ने कहा कि तेरी नौकरी लग गई और कुछ पैसे की मांग की तो उसने कहा कि ट्रेनिंग पूरी होने के बाद जमा पैसों को लेकर वह आएगा और लौटा देगा. दरअसल, खुद को फर्जी इनकम टैक्स अफसर बताकर अपने परिवारजनों की आंखों में धूल झोंक रहा था. शातिर बदमाश अपनी असली हकीकत जानता था. वह जानता था कि उसके पास एक फूटी कौड़ी नहीं है, लेकिन अपने एक झूठ को दबाने के लिए उसने रेकी कर दंपत्ति को रास्ते से हटा कर उन्हें लूट की योजना बनाई, ताकि लूट की रकम से वह कुछ रकम अपने परिवार वालों को देकर इनकम टैक्स ऑफिसर बनने का झांसा मजबूती से दे सके.

वृद्ध दंपत्ति पर जानलेवा हमले का खुलासा

घरवालों को पैसा देने के लिए बनाई लूट की योजना
इसी इरादे से आरोपी राजवारी ने 11 मई को सुबह 9:30 बजे महावीर नगर विस्तार योजना स्थित ओम प्रकाश भट्ट के घर पहुंचा और किराए के लिए कमरा देखने के बहाने घुसा. अपनी योजना के मुताबिक ओमप्रकाश और उनकी पत्नी सुशीला पर पाइप से ताबड़तोड़ हमला कर उन्हें लहूलुहान कर दिया, लेकिन इसी बीच ओम प्रकाश भट्ट के यहां पर मजदूरी करने आया जगदीश वहां पहुंच गया. बदमाश राजवीर ने जगदीश पर भी हमला किया, लेकिन जगदीश की किस्मत अच्छी रही कि वह बाल-बाल बच गया. इसी बीच खुद को फंसता देख बदमाश राजवीर मौके से फरार हो गया.

लगातार छह दिनों तक पुलिस को छकाता रहा आरोपी
राजवीर घटना के बाद लगातार छह दिनों तक पुलिस को छकाता रहा. पुलिस ने भी राजवीर के मोबाइल से मिली जानकारी के आधार पर उसके घर पर दबिश दी, जहां पर राजवीर के परिजनों ने उन्हें बताया कि उनका बेटा हत्यारा नहीं बल्कि इनकम टैक्स ऑफिसर है. यहीं बात राजवीर के सभी दोस्तों ने भी कही, जिसके बाद जयपुर के पास बस्सी से राजवीर को गिरफ्तार कर लिया.

पढ़ाई में काफी तेज था राजवीर
पुलिस ने यह भी बताया कि राजवीर पढ़ाई में काफी बुद्धिमानी था, लेकिन अपने परिवार जनों को इनकम टैक्स ऑफिसर बनने के झांसे के बाद से राजवीर खानाबदोश की तरह रहने लगा था. वह कोटा में बिना किसी स्थाई ठिकाने के 5 महीने से इधर-उधर रहा था. यही नहीं उसने कई रातें फुटपाथ पर भी बिताई है. साथ ही वह दोस्तों से भी कुछ पैसे लेता रहता था. वहीं पुलिस ने यह भी कहा कि राजवीर अपने एक मित्र के साथ कुछ दिनों पहले भट्ट दंपत्ति के घर पर आया था. जो यहां पर किराए से रहते था. इसलिए उसने पूरी प्लानिंग बनाई कि यह दंपत्ति अकेले रहते हैं, आसानी से इन्हें लूटा जा सकता है और इनका मकान भी बड़ा है.

Intro:कोटा.
कोटा शहर के महावीर नगर थाना क्षेत्र में महावीर नगर विस्तार योजना में रहने वाले वृद्ध दंपत्ति ओमप्रकाश भट्ट और उनकी पत्नी सुशीला पर 6 दिनों पहले हुए प्राणघातक हमले के सनसनीखेज मामले का आज पुलिस ने खुलासा कर दिया. इस खुलासे की घटना के पीछे की कहानी को जानकर पुलिस भी स्तब्ध रह गई है. पुलिस ने अपने आपको फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बताने वाले युवक राजवीर यादव को जयपुर जिले के बस्सी से गिरफ्तार कर लिया है. जो बारां जिले के छबड़ा तहसील के पटना गांव का निवासी है. आरोपी राजवीर यादव ने अपने परिवारजनों और परिचितों को बता रखा था कि वह इनकम टैक्स ऑफिसर है और मुंबई में ट्रेनिंग कर रहा है. इसके जरिए उसने अपने परिजनों से ट्रेनिंग के नाम पर पैसे भी लेता रहा. जब परिजनों ने कहा कि तेरी नौकरी लग गई और कुछ पैसे की मांग की तो उसने कहा कि ट्रेनिंग पूरी होने के बाद जमा पैसों को लेकर वह आएगा और लौटा देगा.


Body:दरअसल, खुद को फर्जी इनकम टैक्स अफसर बताकर अपने परिवारजनों की आंखों में धूल झोंकने वाला है, शातिर बदमाश अपनी असली हकीकत जानता था. वह जानता था कि उसके पास एक फूटी कौड़ी नहीं है, लेकिन अपने एक झूठ को दबाने के लिए उसने रेकी कर दंपत्ति को रास्ते से हटा कर उन्हें लूट की योजना बनाई, ताकि लूट की रकम से वह कुछ रकम अपने परिवार वालों को देकर इनकम टैक्स ऑफिसर बनने का झांसा मजबूती से दे सके. इसी इरादे से उसने 11 तारीख को सुबह 9:30 बजे बदमाश महावीर नगर विस्तार योजना स्थित ओम प्रकाश भट्ट के घर पहुंचा और किराए के लिए कमरा देखने के बहाने घुसा और अपनी योजना के मुताबिक ओमप्रकाश और उनकी पत्नी सुशीला पर पाइप से ताबड़तोड़ हमला कर उन्हें लहूलुहान कर दिया, लेकिन इसी बीच ओम प्रकाश भट्ट के यहां पर मजदूरी करने आया जगदीश वहां पहुंच गया. बदमाश राजवीर ने जगदीश पर भी हमला किया, लेकिन जगदीश की किस्मत अच्छी रही कि वह बाल-बाल बच गया. इसी बीच खुद को फंसता देख बदमाश राजवीर मौके से फरार हो गया.


Conclusion:राजवीर घटना के बाद लगातार छह दिनों तक पुलिस को छकाता रहा, पुलिस ने भी राजवीर के मोबाइल से मिली जानकारी के आधार पर उसके घर पर दबिश दी, जहां पर राजवीर के परिजनों ने उन्हें बताया कि उनका बेटा हत्यारा नहीं बल्कि इनकम टैक्स ऑफिसर है. यही बात राजवीर के सभी दोस्तों ने भी कही, लेकिन कहते हैं कि कानून के हाथ बहुत लंबे हैं और जयपुर के पास बस्सी से राजगीर को गिरफ्तार कर लिया. अब यह बदमाश पर इनकम टैक्स अफसर जल्द ही अपने असली ठिकाने पर होगा.
पुलिस ने यह भी बताया कि राजवीर पढ़ाई में काफी बुद्धिमानी था, लेकिन अपने परिवार जनों को इनकम टैक्स ऑफिसर बनने के झांसे के बाद से राजवीर खानाबदोश की तरह रहने लगा था, वह कोटा में बिना किसी स्थाई ठिकाने के 5 महीने से इधर-उधर रहा था. यही नहीं उसने कई रातें फुटपाथ पर भी बिताई है. साथ ही वह दोस्तों से भी कुछ पैसे लेता रहता था. वहीं पुलिस ने यह भी कहा कि राजवीर अपने एक मित्र के साथ कुछ दिनों पहले भट्ट दंपत्ति के घर पर आया था, जो यहां पर किराए से रहते था. इसलिए उसने पूरी प्लानिंग बनाई कि यह दंपत्ति अकेले रहते हैं, आसानी से इन्हें लूटा जा सकता है और इनका मकान भी बड़ा है.

बाइट-- अमृता दुहन, प्रशिक्षु आईपीएस और पुलिस उपाधीक्षक, चतुर्थ, कोटा शहर
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