अलवर. जयपुर पुलिस लाइन में तैनात एक पुलिस कर्मी अलवर में गौ तस्करी करते हुए गिरफ्तार हुआ है. जिले के गोविंदगढ़ थाना पुलिस ने जांच पड़ताल में दो पिकअप गाड़ियों को पकड़ा है. इसके साथ ही दोनों गाड़ियों में 11 गौवंश मिले हैं, जिनको मुक्त कराया गया है.
इसके अलावा एक गाड़ी का ड्राइवर पुलिसकर्मी मिला, जबकि दूसरी में दो अन्य लोग मिले हैं. इसके साथ ही पुलिस की ओर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. बता दें कि गौ तस्करी के मामले में अलवर पूरे देश में बदनाम है. साल भर अलवर में गौ तस्करी के मामले सामने आते हैं. सर्दी के मौसम में गौ तस्करी की घटनाएं बढ़ जाती है. सर्दी और कोहरे का फायदा उठाकर गौ तस्कर खुलेआम गौ तस्करी करते हैं.
अलवर के गोविंदगढ़ थाना पुलिस ने शनिवार को जांच पड़ताल के दौरान 2 पिकअप गाड़ियों को पकड़ा है. जानकारी अनुसार एक गाड़ी में 6 गौवंश और दूसरी में 5 गौवंश मिले हैं. सभी को मुक्त कराया गया और डॉक्टरी जांच पड़ताल के बाद पास की गौशाला में भेजा गया है. पुलिस ने बताया कि एक गाड़ी का ड्राइवर बाबूलाल जयपुर पुलिस लाइन में हेड कांस्टेबल के पद पर कार्यरत है. जबकि दूसरी गाड़ी में चालक भंवर लाल और दूसरा मेवात जिले का रहने वाला इस्लाम है.
पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार करते हुए जांच पड़ताल शुरू की है. वैसे तो पहले भी कई बार पुलिस पर गौ तस्करी कराने के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन पहली बार अलवर में गौवंश लेकर जाने वाले वाहन चालक पुलिसकर्मी मिला है. ऐसे में अलवर एक बार फिर से बदनाम हुआ है. पुलिस ने इसकी जानकारी जयपुर पुलिस लाइन को भेज दी है. साथ ही मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. पुलिस ने कहा कि यह लोग हरियाणा के मेवात क्षेत्र में गौवंश लेकर जा रहे थे. पुलिस पूछताछ में गौ तस्करों ने कहा कि वो गायों को नंदगांव बरसाना लेकर जा रहे हैं. एसपी के निर्देश पर गोविंदगढ़ थाना पुलिस ने इस मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
अलवर से मेवात में जाना होता है आसान
अलवर गौ तस्करों का गढ़ है. जहां से हरियाणा के मेवात क्षेत्र जाना आसान होता है. इसलिए गौ तस्कर अलवर के ग्रामीण क्षेत्रों को चुनते हैं. इन रास्तों से तस्कर आसानी से हरियाणा आ जा सकते हैं.
सर्दी के मौसम में बढ़ती है तस्करी
बता दें कि सर्दी के मौसम में गौ तस्करी की घटनाएं बढ़ जाती हैं. कोहरे और सर्दी का फायदा उठाकर गौ तस्कर देर रात तस्करी करते हैं. वहीं, गांव के कच्चे रास्तों से होते हुए गौवंश को लेकर जाते हैं और हर साल अलवर में बड़ी संख्या में गौ तस्करी के मामले दर्ज होते हैं. गौ तस्करों की ओर से आए दिन पुलिस और ग्रामीणों पर लाठीचार्ज के साथ-साथ फायरिंग के मामले भी सामने आते हैं.