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पाकिस्तान के मछुआरे कर रहे चीनी जहाजों का विरोध, जानें वजह - पाकिस्तान के समुद्री संसाधनों

पाकिस्तान और चीन की दोस्ती लगातार बढ़ती जा रही है. पहले पाकिस्तान ने मेगा-डैम परियोजना के लिए बीजिंग को अपनी जमीन बेच दी थी, वहीं अब चीन के जहाजों को पाकिस्तान एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन में 20 चीनी ट्रॉलर ने प्रवेश कर लिया है. पढ़ें क्या है पूरा मामला...

पाकिस्तान एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन
पाकिस्तान एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन
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Published : Sep 4, 2020, 3:40 PM IST

बीजिंग : चीन के साथ दोस्ती को मजबूत करने के लिए पाकिस्तान ने देश के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन में चीनी जहाजों को मछली पकड़ने की अनुमति दी. मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी सामने आई है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि अगस्त के पहले सप्ताह में सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों के आर्थिक क्षेत्र में गहरे समुद्र में कम से कम 20 चीनी ट्रॉलर पहुंचे हैं, जिसके परिणामस्वरूप फिशरफोक फोरम (पीएफएफ) द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया.

चीनी मेगा-डैम परियोजनाओं के लिए अपनी जमीन बेचने के बाद बीजिंग को समुद्र बेचने के इस्लामाबाद के फैसले का विरोध कर रहे हैं.

पीएफएफ ने जहाजों के आगमन के खिलाफ अभियान की घोषणा की है. उन्हें डर है कि इससे पाकिस्तान के समुद्री संसाधनों को और नुकसान पहुंचेगा.

एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के तटीय शहरों में 25 लाख से अधिक लोगों के लिए मछली पालन आजीविका का स्रोत है. पाकिस्तानी मछुआरे नहीं चाहते कि चीनी उनके पानी में मछली पकड़े. आम तौर पर मछुआरे छोटी नावों का उपयोग करते हैं जो गहरे पानी में नहीं जा सकते हैं.

पढ़ें- इमरान खान के सलाहकार असीम बाजवा ने दिया इस्तीफा

इससे पहले भी पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद शहर में विरोध प्रदर्शन और मशाल रैली का आयोजन किया गया था, जिसमें नीलम-झेलम नदी पर मेगा-डैम के निर्माण का विरोध किया गया था.

बीजिंग : चीन के साथ दोस्ती को मजबूत करने के लिए पाकिस्तान ने देश के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन में चीनी जहाजों को मछली पकड़ने की अनुमति दी. मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी सामने आई है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि अगस्त के पहले सप्ताह में सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों के आर्थिक क्षेत्र में गहरे समुद्र में कम से कम 20 चीनी ट्रॉलर पहुंचे हैं, जिसके परिणामस्वरूप फिशरफोक फोरम (पीएफएफ) द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया.

चीनी मेगा-डैम परियोजनाओं के लिए अपनी जमीन बेचने के बाद बीजिंग को समुद्र बेचने के इस्लामाबाद के फैसले का विरोध कर रहे हैं.

पीएफएफ ने जहाजों के आगमन के खिलाफ अभियान की घोषणा की है. उन्हें डर है कि इससे पाकिस्तान के समुद्री संसाधनों को और नुकसान पहुंचेगा.

एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के तटीय शहरों में 25 लाख से अधिक लोगों के लिए मछली पालन आजीविका का स्रोत है. पाकिस्तानी मछुआरे नहीं चाहते कि चीनी उनके पानी में मछली पकड़े. आम तौर पर मछुआरे छोटी नावों का उपयोग करते हैं जो गहरे पानी में नहीं जा सकते हैं.

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इससे पहले भी पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद शहर में विरोध प्रदर्शन और मशाल रैली का आयोजन किया गया था, जिसमें नीलम-झेलम नदी पर मेगा-डैम के निर्माण का विरोध किया गया था.

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