अलवर. लोकसभा सीट अलवर कांग्रेसी और भाजपा दोनों ही पार्टियों के लिए प्रतिष्ठा की सीट बन चुकी है. दअरसल, अलवर सीट से राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बाबा रामदेव की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. क्योंकि कांग्रेस प्रत्याशी जीतेंद्र सिंह, राहुल गांधी के करीबी हैं. तो भाजपा प्रत्याशी बालक नाथ को योगी आदित्यनाथ और रामदेव के कहने पर टिकट दिया गया है.
राजस्थान में दो चरणों में लोकसभा चुनाव होने हैं. कुछ दिन बाद प्रदेश में रैलियों का दौर शुरू हो जाएगा. कई सीटों पर प्रत्याशियों के शासक बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है. ऐसे में भाजपा और कांग्रेस के आलाकमान इन सीटों को जीतने में एड़ी चोटी का जोर लगाने में लगा हुआ है. अलवर लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी जितेंद्र सिंह, राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं. जितेंद्र सिंह कांग्रेस में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं और राहुल गांधी की युवा टीम के प्रमुख सदस्य भी रह चुकें हैं. इन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन पर पूरा विश्वास जताया है. 2014 के चुनाव में राहुल गांधी, जितेंद्र सिंह के लिए अलवर में रोड शो कर चुके हैं. ऐसे में राहुल गांधी की प्रतिष्ठा अलवर सीट पर दाव पर लगी हुई है.
तो वहीं दूसरी और भाजपा ने अलवर सीट से बाबा बालक नाथ को मैदान में उतारा है. अलवर में कई बड़े नेता टिकट पाने की लाइन में लगे हुए थे, लेकिन सभी को दरकिनार करते हुए बालक नाथ को टिकट दिया गया. बालक नाथ योगी आदित्यनाथ व रामदेव के करीबी माने जाते रहे हैं.
ऐसे में आने वाला लोकसभा चुनाव का समय अलवर के लिए खासा अहम रहने वाला है. क्योंकि अलवर में भाजपा व कांग्रेस के सभी स्टार प्रचारक आने की उम्मीद है. हालांकि अभी तक साफ नहीं हुआ है कि अलवर में कौन-कौन भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारक सभाओं को संबोधित करेंगे. तो वहीं बसपा की विधानसभा में 2 सीटें निकलने के बाद अलवर में मायावती के भी आने की संभावना है.