जयपुर. राजधानी की झोटवाड़ा थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए नकबजनी की बड़ी वारदातों को अंजाम देने वाले एक अन्तरराज्यीय गिरोह (Interstate thief gang) का पर्दाफाश करते हुए दिल्ली के 5 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के वेस्ट जिले में नकबजनी की 20 वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की है.
पुलिस ने दिल्ली की गैंग का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के सरगना सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो हाईवे किनारे मौजूद अपार्टमेंट, सूने मकान और अन्य जगहों को टारगेट कर नकबजनी की वारदातों को अंजाम देते हैं. गिरोह के सदस्य अपने निजी वाहन से शाम को दिल्ली से रवाना होकर देर रात तक जयपुर पहुंचते हैं और फिर उसके बाद सूने मकान, फ्लैट आदि को अपना निशाना बनाकर अल सुबह वापस दिल्ली लौट जाते हैं.
वारदात को अंजाम देने आते वक्त बदमाश कार में अपने साथ किसी भी तरह की कोई संदिग्ध वस्तु नहीं रखते जिसके चलते हाईवे पर होने वाली नाकाबंदी में भी पुलिस चेकिंग के दौरान बदमाश बच जाते हैं. इसके साथ ही नकबजनी की वारदात को अंजाम देने में प्रयुक्त औजारों को कार की डिग्गी में नहीं रख कर आगे बोनट में छुपाते हैं और नकबजनी के दौरान चुराया गया सामान भी बोनट में छिपाकर दिल्ली ले जाते हैं.
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डीसीपी वेस्ट रिचा तोमर ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आई दिल्ली की शातिर गैंग नंगे पांव नकबजनी की वारदात को अंजाम देती है. ऐसा करने के पीछे गिरोह के सदस्यों के दो कारण हैं, पहला कारण गिरोह के सदस्य इसे शुभ मानते हैं और ऐसा सोचते हैं कि नंगे पांव वारदात को अंजाम देंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी. वहीं इसके पीछे दूसरा कारण वारदात के दौरान बदमाशों के पैरों की आवाज ना होना और शांति बने रहना है. बदमाशों द्वारा वेस्ट जिले में की गई नकबजनी की 15 वारदातें पुलिस में रजिस्टर्ड हैं.
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बदमाशों द्वारा की गई अनेक वारदातों के सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगे थे और जब पुलिस ने उनका गहन अनुसंधान किया तो यह तथ्य सामने आए कि यह कोई बाहर की गैंग है जो वारदात को अंजाम देने के बाद शहर छोड़कर फरार हो जाती है. इस आधार पर पुलिस ने वेस्ट जिले से सटे हुए हाईवे और उन पर पड़ने वाले टोल नाकों पर लगे हुए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला, तब जाकर बदमाशों का अहम सुराग पुलिस के हाथ लगा. इसके बाद पुलिस ने टेक्निकल इनपुट के आधार पर बदमाशों की लोकेशन को ट्रेस आउट किया और गिरोह के सरगना मुगलेसुर सहित गिरोह के सदस्य शहजाद, शेख अताउल, आमीर और आफताब को गिरफ्तार कर लिया.
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विभिन्न राज्यों में देशों के 50 से अधिक वारदातों को अंजाम
पुलिस के गिरफ्त में आए दिल्ली के गिरोह के शातिर बदमाश विभिन्न राज्यों में 50 से भी अधिक नकबजनी जाने की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. गिरोह के सदस्य दिल्ली से सटे हुए किसी भी हाईवे पर निकल जाते हैं और अब तक मेरठ, गाजियाबाद, चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली व राजस्थान में विभिन्न जगहों पर नकबजनी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. गिरोह के सदस्य हाईवे पर पड़ने वाले विभिन्न अपार्टमेंट को अपना निशाना बनाते और उसमें सूने फ्लैट की रैकी करते.
वारदात को अंजाम देने से पहले बदमाश फ्लैट के आसपास मौजूद अन्य फ्लैट के गेट को बाहर से लॉक कर देते ताकि जाग होने पर कोई भी फ्लैट से बाहर ना आ सके. गिरोह के सदस्य अब तक एक करोड़ रुपए से अधिक का सामान चुरा चुके हैं. चुराया गया सामान गिरोह के सदस्य आगे किन लोगों को बेचते हैं और वारदात में किन-किन वाहनों का उपयोग करते हैं इन तमाम चीजों को लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है.