उदयपुर. प्रदेश भाजपा में लगातार बयानबाजी का दौर चल रहा था. इस बीच अनुशासन समिति की ओर से शनिवार को रोहिताश्व शर्मा पर कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. हालांकि, रोहिताश्व शर्मा ने इस पूरे मामले में केंद्रीय नेतृत्व को अवगत कराने की बात कही है.
इस बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए रोहिताश्व शर्मा समेत प्रदेश के तत्कालीन मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी. कटारिया ने कहा कि पार्टी में अनुशासन बना रहे, इसके लिए हम सब प्रयास करते हैं. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई घटनाएं सामने आई थी, जहां अनुशासन तोड़ने पर कार्रवाई हुई है.
रोहिताश्व शर्मा ने जिस प्रकार की बयानबाजी की, उनको नोटिस दिया गया, उन्होंने उस नोटिस का जवाब भी दिया. जिसके बाद अनुशासन समिति ने निर्णय किया कि पार्टी से उन्हें निष्कासित करना चाहिए. रोहिताश्व शर्मा को अपनी बात कहने का अधिकार है. वह अपनी बात किसी से भी कह सकते हैं. अगर मैं भी पार्टी के खिलाफ अनुशासनहीनता करता हूं, तो सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए.
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उन्होंने कहा कि पार्टी किसी व्यक्ति से नहीं, बल्कि व्यवस्था के आधार पर चलती है. उन्होंने कहा कि रोहिताश्व शर्मा से पहले भी कई नेताओं ने बयानबाजी की थी, उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया था. पार्टी व्यक्ति को सुधरने का अवसर जरूर देती है. जो सुधर जाता है, अच्छी बात है, जो नहीं सुधरता उसके खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ती है.
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर शांति धारीवाल (Minister Shanti Dhariwal) के बयान पर नेता प्रतिपक्ष (Rajasthan Leader Of Opposition) ने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का धारीवाल ने चयन नहीं किया है. उदयपुर और राजस्थान स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में लंबे समय से है. ऐसा बोलने से पहले उनको उदयपुर की स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की रैंकिंग को देख लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि टेंडर प्रोजेक्ट समय पर अधिकारियों की वजह से हुआ, इसमें इनका कोई श्रेय नहीं है.
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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) के निंबाराम वाले बयान पर कटारिया ने कहा कि इस प्रकार की अनर्गल बातें बोलने से कोई फायदा नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस तरह पहले फोन रिकॉर्डिंग सामने आई, मुख्यमंत्री के ओएसडी ने यह बनाई, क्या वह नियम के तहत था. उन पर कार्रवाई करने की तो किसी की हिम्मत नहीं होती.
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जिस तरह से भंवर लाल शर्मा ने बयानबाजी की थी, उन पर तो एफआईआर भी दर्ज हुई थी. उसको खत्म क्यों किया, हिम्मत होती तो कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन संघ जैसी संस्था जिसने सदैव राष्ट्र के लिए काम किया है. ऐसे में जिन लोगों ने घर बार छोड़कर अपने सभी सुविधाओं को तिलांजलि लगातार काम कर रहे हैं. उनको ब्लैकमेल करने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम किसी प्रकार की कार्रवाई करती तो यह नियम के अनुसार होता. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री (CM Ashok Gehlot) को जो मदद करने आ जाता है, वह निर्दोष हो जाता है. वहीं जो इनके खिलाफ बोलते हैं, वह दोषी हो जाते हैं.
प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर कटारिया ने कहा कि प्रदेश में लगातार बढ़ते अपराध के बीच जो आंकड़े सामने आ रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है. राजस्थान बलात्कार और अपराधिक घटनाओं में शीर्ष पर है. यह शर्मनाक बात है, बावजूद इसके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 15 महीने से क्वॉरेंटाइन है.
राजस्थान मंत्रिमंडल विस्तार पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार जिस दिन होगा, उस दिन सरकार जाएगी. क्योंकि गुड़ इतने नेताओं की कोनी पर लगा हुआ है, जिसे सरकार सभी को पद नहीं दे सकती. इस कारण से असंतोष टूटेगा और सरकार गिरेगी.