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शेखावत बोले, कांग्रेस मुझे मानहानि का मुकदमा दायर करने का मौका दे रही

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे पर उदयपुर पहुंचे. इस दौरान शेखावत ने मीडिया से बातचीत करते हुए पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह के उन पर उठाए गए सवालों का सिलसिलेवार तरीके से जवाब दिया. दरअसल, पिछले दिनों पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने गजेंद्र सिंह शेखावत पर वॉयस सैंपल देने से कतराने का आरोप लगाया था.

Shekhawat In Udaipur On Horse Trading
मानहानि का मुकदमा दायर करने का मौका दे रही
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Published : Aug 12, 2022, 2:38 PM IST

Updated : Aug 12, 2022, 6:17 PM IST

उदयपुर. कांग्रेस के विधायकों की खरीद फरोख्त वाला जिन्न जब तब बाहर निकलता ही रहता है (Rajasthan horse trading). एक बार फिर निकला है. प्रदेश के पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के वॉयस सैंपल को लेकर बयान दिया था, इसी पर उदयपुर पहुंचे शेखावत नाराज दिखे. मानहानि के मुकदमे का जिक्र भी किया. पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए मंत्री शेखावत ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि विश्वेंद्र सिंह को न तो देश के कानून की जानकारी है और न ही इस पूरे विषय की.

पूछा सवाल: मंत्री शेखावत बोले, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस पार्टी के पीसीसी अध्यक्ष मुझे वॉयस सैंपल देने से कतराने की बात करते हैं. इन लोगों से मैं पूछना चाहूंगा कि विश्वेंद्र सिंह से वॉइस सैंपल क्यों नहीं मांगते? मंत्री शेखावत ने इससे आगे कहा कि जब से यह मामला सामने आया, तब से लेकर अब तक राजस्थान की पुलिस ने मुझे वॉइस सैंपल देने के लिए एक बार भी नोटिस नहीं दिया. ऐसे में जो लोग देश के कानून व्यवस्था को समझते हैं, वो जानते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के अनुरूप किसी भी व्यक्ति को अपने खिलाफ एविडेंस देने के लिए पुलिस सीधे तौर पर नोटिस नहीं कर सकती है. न्यायालय में जाकर आदेश लेना होता है.

मानहानि का मुकदमा दायर करने का मौका दे रही

खारिज हो चुकी है एसीबी की एप्लीकेशन : मंत्री ने कहा कि 2021 में राजस्थान की एंटी करप्शन ब्यूरो जब न्यायालय में गया था, उस दौरान न्यायालय ने उनकी एप्लीकेशन को खारिज कर दिया था. वॉइस सैंपल को लेकर न्यायालय ने पुलिस को अनुमति नहीं दी. इतना ही नहीं पुलिस ने आज तक मुझे नोटिस तक नहीं दिया. ऐसे में वॉइस सैंपल किस तरह से दे सकता हूं.

पढ़ें-Horse Trading Case: दो साल पहले दर्ज करवाया था विधायकों की खरीद-फरोख्त का मुकदमा, पहले ही करनी थी कार्रवाई -महेश जोशी

मानहानि की चेतावनी: पीसीसी अध्यक्ष के बाद मुख्यमंत्री बार-बार सवाल उठाते हैं. अब विश्वेंद्र सिंह भी इस पूरे मामले में सुर में सुर मिलाते हुए बोल रहे हैं. शेखावत ने कहा कि जो लोग सवाल उठा रहे हैं, मुझे मौका दे रहे हैं, अपने ऊपर मानहानि केस करने का.

मामला 2020 का : बता दें कि कांग्रेस का एक खेमा सचिन पायलट के साथ मानेसर के एक होटल में रुका था. उस समय केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और मंत्री विश्वेंद्र सिंह की आपसी बातचीत होने की चर्चा सामने आई थी. इस मामले को लेकर राज्य सरकार ने कई बार गजेंद्र सिंह शेखावत के वॉयस सैंपल लेने की बात उठाई है.

उदयपुर में अमृत महोत्सव : आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत आयोजित हर घर तिरंगा अभियान के तहत नगर निगम के दीनदयाल उपाध्याय सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी मौजूद रहे.

उदयपुर. कांग्रेस के विधायकों की खरीद फरोख्त वाला जिन्न जब तब बाहर निकलता ही रहता है (Rajasthan horse trading). एक बार फिर निकला है. प्रदेश के पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के वॉयस सैंपल को लेकर बयान दिया था, इसी पर उदयपुर पहुंचे शेखावत नाराज दिखे. मानहानि के मुकदमे का जिक्र भी किया. पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए मंत्री शेखावत ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि विश्वेंद्र सिंह को न तो देश के कानून की जानकारी है और न ही इस पूरे विषय की.

पूछा सवाल: मंत्री शेखावत बोले, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस पार्टी के पीसीसी अध्यक्ष मुझे वॉयस सैंपल देने से कतराने की बात करते हैं. इन लोगों से मैं पूछना चाहूंगा कि विश्वेंद्र सिंह से वॉइस सैंपल क्यों नहीं मांगते? मंत्री शेखावत ने इससे आगे कहा कि जब से यह मामला सामने आया, तब से लेकर अब तक राजस्थान की पुलिस ने मुझे वॉइस सैंपल देने के लिए एक बार भी नोटिस नहीं दिया. ऐसे में जो लोग देश के कानून व्यवस्था को समझते हैं, वो जानते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के अनुरूप किसी भी व्यक्ति को अपने खिलाफ एविडेंस देने के लिए पुलिस सीधे तौर पर नोटिस नहीं कर सकती है. न्यायालय में जाकर आदेश लेना होता है.

मानहानि का मुकदमा दायर करने का मौका दे रही

खारिज हो चुकी है एसीबी की एप्लीकेशन : मंत्री ने कहा कि 2021 में राजस्थान की एंटी करप्शन ब्यूरो जब न्यायालय में गया था, उस दौरान न्यायालय ने उनकी एप्लीकेशन को खारिज कर दिया था. वॉइस सैंपल को लेकर न्यायालय ने पुलिस को अनुमति नहीं दी. इतना ही नहीं पुलिस ने आज तक मुझे नोटिस तक नहीं दिया. ऐसे में वॉइस सैंपल किस तरह से दे सकता हूं.

पढ़ें-Horse Trading Case: दो साल पहले दर्ज करवाया था विधायकों की खरीद-फरोख्त का मुकदमा, पहले ही करनी थी कार्रवाई -महेश जोशी

मानहानि की चेतावनी: पीसीसी अध्यक्ष के बाद मुख्यमंत्री बार-बार सवाल उठाते हैं. अब विश्वेंद्र सिंह भी इस पूरे मामले में सुर में सुर मिलाते हुए बोल रहे हैं. शेखावत ने कहा कि जो लोग सवाल उठा रहे हैं, मुझे मौका दे रहे हैं, अपने ऊपर मानहानि केस करने का.

मामला 2020 का : बता दें कि कांग्रेस का एक खेमा सचिन पायलट के साथ मानेसर के एक होटल में रुका था. उस समय केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और मंत्री विश्वेंद्र सिंह की आपसी बातचीत होने की चर्चा सामने आई थी. इस मामले को लेकर राज्य सरकार ने कई बार गजेंद्र सिंह शेखावत के वॉयस सैंपल लेने की बात उठाई है.

उदयपुर में अमृत महोत्सव : आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत आयोजित हर घर तिरंगा अभियान के तहत नगर निगम के दीनदयाल उपाध्याय सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी मौजूद रहे.

Last Updated : Aug 12, 2022, 6:17 PM IST
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