उदयपुर. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत एक दिवसीय दौरे पर उदयपुर (Gajendra Singh Shekhawat Udaipur visit) पहुंचे. इस दौरान सोमवार को शहर के बीएन कॉलेज के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने शिरकत की. मीडिया से बातचीत में शेखावत ने विपक्ष की एकजुटता पर सवाल उठाए. वहीं प्रदेश की गहलोत सरकार पर भी उन्होंने सिलसिलेवार तरीके से बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए. इस दौरान उन्होंने रामलीला मैदान में महंगाई के विरोध में रैली के दौरान राहुल गांधी के आटे को लीटर में बताने पर भी चुटकी ली.
शेखावत ने कहा कि अब यह भी सुनना पड़ रहा है कि आटा और गेहूं लीटर में खरीदना (Shekhawat commented on Rahul Gandhi) पड़ रहा है. उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बगौर इशारों-इशारों में कहा कि जिस विपक्ष के नेता को आटे-गेहूं के किलो और लीटर में होने का पता नहीं, उनसे इस बात की अपेक्षा नहीं की जानी चाहिए कि देश में महंगाई की दर क्या है. शेखावत ने कहा कि पिछले 30 सालों में अन्य देशों की तुलना में भारत की महंगाई दर कंट्रोल में है. ऐसे में अन्य देशों की तुलना में भारत की महंगाई दर को आप देख सकते हैं. शेखावत ने कहा कि कांग्रेस को अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए. उन्हें बोलने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राज में महंगाई की क्या दर थी सबको मालूम है.
राजस्थान में बिगड़ रही कानून व्यवस्था
इस दौरान शेखावत ने राजस्थान में कानून व्यवस्था को लेकर कहा कि बलात्कार और आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. लेकिन गहलोत सरकार कुर्सी बचाने और दिल्ली में हाजिरी लगाने में व्यस्त है. पिछले 4 सालों में जिस तरह से राजस्थान में दुष्कर्म और आपराधिक मामले बढ़े हैं उससे संत-महापुरुषों की यह धरती शर्मसार होती है. इसके बावजूद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अनर्गल टिप्पणियां करते हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि बलात्कार और अन्य घटनाओं के 56 फ़ीसदी मामले ही सच होते हैं.